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यॉर्कशर भारत पाक टेस्ट कराने को बेकरार

२२ जुलाई २०१०

इंगलैंड में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट सिरीज़ की सफलता से उत्साहित होकर यॉर्कशर काउंटी ने कहा है कि वह अगले साल भारत और पाकिस्तान के बीच अगले साल टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए तैयार है.

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तस्वीर: public domain

पाकिस्तान को खिलाड़ियों की सुरक्षा चिंताओं के कारण घरेलू श्रृंखलाएं विदेशों में खेलने को बाध्य होना पड़ा है. सुरक्षा चिंताओं के कारण 2009 में भारत के पाकिस्तान में खेलने से मना किए जाने के बाद पाकिस्तान ने हड़बड़ में श्रीलंका को निमंत्रण दिया था, लेकिन श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर आतंकी हमलों के बाद कई देशों के खिलाड़ियों ने पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया है.

पिछले कुछ महीनों से इस बात की चर्चा रही है कि भारत और पाकिस्तान किसी तटस्थ जगह पर एक दूसरे के ख़िलाफ़ खेल सकते हैं. बड़ी संख्या में भारतीय और पाकिस्तानी मूल के आप्रवासियों के कारण इंगलैंड को प्राथमिकता दी जा रही है.

Indischer Cricketspieler Sachin Tendulkar
भारत-पाकिस्तान के बीच मैच का इंतजारतस्वीर: AP

यॉर्कशर के चीफ़ एक्जिक्यूटिव स्टीवार्ट रेगन ने कहा, "अगले साल भारत और पाकिस्तान के खेलने की चर्चा है. हम उनमें से एक खेल का आयोजन करना चाहते हैं." रेगन ने यॉर्कशर पोस्ट को दिए गए साक्षात्कार में कहा, "असुरक्षा चिंताओं के कारण अपने देश में खेलने में पाकिस्तान की असमर्थता को देखते हुए यह ऐसा मैच है जिसे हम हेडिंग्ली कारनेजी में लाना चाहेंगे."

यॉर्कशर में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया का दूसरा टेस्ट मैच हो रहा है. रेगन ने कहा कि भारत पाक मैच कराने की क्लब की इच्छा के कारण पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे टेस्ट का सफल आयोजन महत्वपूर्ण हो गया है.

ऐसी स्थिति में जब पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है, हेडिंग्ली को पाकिस्तानी टीम के लिए घर से दूर घर बनाने के विचार की वजह से ही यॉर्कशर में इंगलैंड और बांग्लादेश के बीच टेस्ट की मेजबानी करने से इंकार कर दिया और उसके बदले पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट मैच को तरजीह दी.

यॉर्कशर काउंटी ब्रिटेन के उन इलाकों में शामिल है जहां सबसे अधिक दक्षिण एशियाई आबादी रहती है. भारत और पाकिस्तान की टीम यहां बहुत लोकप्रिय है. इसके अलावा क्लब ने हाल के वर्षों में एशियाई समुदाय को साथ लाने की कोशिशें की हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई/महेश झा

संपादन: एन रंजन