1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

राष्ट्रगान के दौरान उठकर चल दिए मुख्यमंत्री

२६ नवम्बर २०१०

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को पद संभाले अभी कुछ ही दिन हुए हैं लेकिन विवाद उनके इर्द गिर्द मंडराने लगे हैं. पहला वाकया शुक्रवार को 26/11 की बरसी पर आयोजित एक कार्यक्रम में हुआ.

https://p.dw.com/p/QJhe
तस्वीर: AP

2008 के मुंबई हमलों की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में चव्हाण राष्ट्र गान के दौरान ही उठकर चल दिए. जब राष्ट्रगान गाया या बजाया जा रहा हो, तब हिलना डुलना उसका अपमान माना जाता है. लेकिन चव्हाण न सिर्फ चल दिए बल्कि लोगों की ओर हाथ भी हिलाने लगे और काफी देर तक हिलाते रहे. यह कार्यक्रम गेटवे ऑफ इंडिया पर आयोजित किया गया था.

Indien Terroranschläge Mumbai Bombay Terror Gedenken 26/11 Flash-Galerie
तस्वीर: AP

राष्ट्र गान के अपमान की बात को मुख्यमंत्री चव्हाण ने गलत बताया है. उन्होंने कहा उन्हें राष्ट्र गान सुनाई ही नहीं दिया. चव्हाण ने कहा, "मुझे तो यह सुनाई ही नहीं दिया. और जैसे ही मैंने सुना कि राष्ट्र गान बज रहा है, मैं उसी जगह रुक गया और फिर वहां से तभी हिला जब राष्ट्र गान पूरा हो गया."

हाल ही में मुख्यमंत्री बने चव्हाण की सरकार के गृह मंत्री आरआर पाटील ने भी इस घटना पर आंखें मूंद लेने जैसी प्रतिक्रिया जताई. कार्यक्रम में मौजूद रहे पाटील ने कहा कि उन्हें नहीं पता, चव्हाण ने राष्ट्रगान का अपमान किया या नहीं. उन्होंने कहा, "कार्यक्रम 6.30 बजे शुरू होना था तो सभी लोग वहीं थे. मुझे नहीं पता कि ऐसी कोई घटना हुई है. कोई मंत्री राष्ट्रगान के अपमान की बात सोच भी नहीं सकता, फिर वह तो मुख्यमंत्री हैं."

लेकिन राज्य में विपक्षी दल इस घटना को आसानी से छोड़ने के मूड में नहीं हैं. भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुधीर मुन्गांतीवार कहा है कि चव्हाण को इसके लिए माफी मांगनी होगी. शिव सेना के सांसद संजय राउत तो मुख्यमंत्री के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराने की बात कर रहे हैं.

रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार

संपादनः ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें