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लक्ष्मण ने फिर खींची एक बड़ी लकीर

२८ दिसम्बर २०१०

टीम इंडिया के संकटमोचक वीवीएस लक्ष्मण ने डरबन टेस्ट में एक बार फिर शानदार पारी खेलते हुए भारत के लिए जीत का रास्ता खोल दिया है. लक्ष्मण ने जहीर खान के साथ बेशकीमती साझीदारी करते हुए भारत की बढ़त लगभग 300 रन कर दी.

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लगाया 17वां टेस्ट शतकतस्वीर: UNI

दूसरी पारी में भारत के सात विकेट सिर्फ 148 रन पर गिर चुके थे. लेकिन इसके बाद लक्ष्मण का साथ देने आए तेज गेंदबाज जहीर खान ने बल्ले से कमाल कर दिया और टीम इंडिया की पारी को चमका कर रख दिया. लंच तक लक्ष्मण 86 और जहीर खान 27 रन बना कर खेल रहे थे.

उधर, वीवीएस ने एक बार फिर बता दिया कि उन्हें भारत का संकटमोचक क्यों कहा जाता है. जिस विकेट पर तमाम नामी गिरामी बल्लेबाज हवा हो गए, वहां लक्ष्मण ने खूंटा गाड़ दिया. उन्होंने एक छोर ऐसा थामा कि दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की कुछ न चली.

सहवाग, सचिन, राहुल द्रवि़ड़ और धोनी की नाकामी के बीच लक्ष्मण चल पड़े. यह उनकी खासियत भी रही है कि जब टीम के दूसरे बल्लेबाज फेल हो जाते हैं, वह चल पड़ते हैं. उन्होंने एक छोर को बिलकुल सीलबंद कर दिया और लगातार रन भी बनाते रहे.

इस बीच आठवें विकेट की साझीदारी में उन्हें जहीर खान ने अच्छा साथ दिया. जहीर बिलकुल आराम से बल्लेबाजी करते दिखे और वक्त वक्त पर चौके भी लगाते रहे. खेल के तीसरे दिन लंच तक भारत ने दूसरी पारी में सात विकेट पर 218 रन बना लिए और इस तरह उसे दक्षिण अफ्रीका पर 292 रन की बढ़त मिल चुकी है.

तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट हारने के बाद भारत पर इस मैच में अच्छे प्रदर्शन का दबाव बना हुआ है. अगर टीम इंडिया यह मैच हार जाती है, तो नंबर वन की उसकी कुर्सी भी जा सकती है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ए कुमार

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