1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

ललित मोदी पर तीसरे नोटिस का बाउंसर

१ जून २०१०

निलंबित आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी को राहत के आसार नजर नहीं. विज्ञापन के लिए स्लॉट बेचने और थिएटर में आईपीएल मैच दिखाने के मुद्दे पर बीसीसीआई ने मोदी को तीसरा कारण बताओ नोटिस दिया. दूसरे नोटिस का दे चुके हैं जवाब.

https://p.dw.com/p/NeSv
ललित मोदी को तीसरा नोटिसतस्वीर: UNI

बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि थिएटर में आईपीएल के मैच दिखाने के सिलसिले में ललित मोदी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. आईपीएल मैच के दौरान खेल न खेले जाने की ढाई मिनट की अवधि को विज्ञापन कंपनियों को बेचा गया था. लेकिन बोर्ड का कहना है कि इससे बोर्ड को वित्तीय फायदा नहीं हुआ. बोर्ड ने कहा कि ढाई मिनट की अवधि का व्यायवसायिक इस्तेमाल करने की सलाह मोदी ने दी.

Indian Premier League Cricket
तस्वीर: AP

12 नवंबर 2009 को आईपीएल ने घोषणा की मैचों को थिएटर में दिखाने के लिए एंटरटेनमेंट एंड स्पोर्ट्स डायरेक्ट (ईएसडी) ने 330 करोड़ रुपये की बोली लगाई जो सबसे ज्यादा है. इसके तहत 2010 से 2019 तक आईपीएल मैचों को थिएटर में दिखाए जाने का अधिकार दिया जाना था. आईपीएल की प्रेस रिलीज में कहा गया, "थिएटर में मैच दिखाने के अधिकार के लिए ट्रिपलकॉम मीडिया और ईएसडी को बोली मिली है. ईएसडी ने सबसे ज्यादा 330 करोड़ रुपये की बोली लगाई है."

इस डील पर मोदी ने अपनी खुशी जताई थी और कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के जरिए आईपीएल के मैचों को थिएटर में दिखाए जाने संबंधी बढ़िया समझौता हुआ है. ईएसडी कंपनी डीएआर कैपिटल ग्रुप से जुड़ी है जो इन्वेस्टमेंट और प्राइवेट इक्विटी फर्म है.

ललित मोदी को दो नोटिस पहले ही दिए जा चुके हैं. आईपीएल 3 के समाप्त होने के तुरंत बाद ही ललित मोदी को आईपीएल में कथित वित्तीय धांधिलियों के मामले में पहला नोटिस भेजा गया. उन्हें आईपीएल के कमिश्नर पद से भी निलंबित कर दिया गया. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन जाइल्स क्लार्क ने मोदी पर आरोप लगाया कि वह इंग्लैंड में बागी लीग शुरू कराने की कोशिश में थे जिसके बाद बोर्ड ने उन्हें दुनिया में क्रिकेट के लिए खतरा बताते हुए दूसरे नोटिस की बाउंसर फेंक दी.

जवाब में ललित मोदी ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन जाइल्स क्लार्क पर मानहानि का नोटिस भेज दिया है. क्लार्क ने आरोप लगाया है कि मोदी दुनिया में क्रिकेट को तबाह करने पर अमादा हैं. यह आरोप लगाते हुए क्लार्क ने बीसीसीआई को ईमेल भी भेजा और अब क्लार्क को दिए नोटिस में मोदी ने इस ईमेल का जिक्र किया है.

मानहानि का नोटिस लंदन में ललित मोदी के वकील कार्टर रूक की ओर से भेजा गया है और इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख को जवाब के लिए सात दिन का समय दिया गया है. मोदी ने क्लार्क से मांग की है वह उनसे बिना शर्त माफी मांगे और अपने बयान को वापस लें. मोदी के वकील महमूद आबदी ने नोटिस भेजे जाने की पुष्टि कर दी है.

ललित मोदी ने क्लार्क को दिए नोटिस में कहा है कि उनका दावा पूरी तरह झूठ है और उन्होंने इंग्लैंड में आईपीएल की तर्ज पर बागी क्रिकेट लीग शुरू कराने की कोशिश नहीं की.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़