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लोअर बैक पेन से बचने के उपाय

३ जुलाई २०१७

कई रिसर्चों की समीक्षा दिखाती है कि चाहे सैर हो या बेहद कठोर व्यायाम, कोई भी शारीरिक गतिविधि लगातार करते रहने से लोअर बैक के दर्द को 16 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है.

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Junge Frau mit Schmerzen im Büro
तस्वीर: Colourbox/E. Wodicka

‘ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन' में शोधकर्ताओं ने लिखा है कि टहलने से लेकर, कठिन व्यायाम करने जैसी शारीरिक गतिविधियों से कमर के निचले हिस्से के दर्द को कम करना संभव है. इसे साबित करने के लिए रिसर्चरों ने पहले के 160,000 से अधिक लोगों पर किये गये 36 अध्ययनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया. विश्लेषण से निष्कर्ष निकला कि व्यायाम से कमर के निचले हिस्से में दर्द कम किया जा सकता है. इसके अलावा कई और शारीरिक गतिविधियां भी दर्द से बचाती हैं.

न्यूयॉर्क में हॉस्पिटल फॉर स्पेशल सर्जरी के चीफ डॉक्टर जोएल प्रेस ने बताया, "लोग एक्टिविटी की जरूरत के बारे में और अधिक जागरुक होते जा रहे हैं. हम एक्टिव रहने के लिए ही बने हैं. हम किसी भी तरह से स्थिर होने के लिए नहीं हैं. मुझे लगता है कि ये अध्ययन भी इस बात की पुष्टि करते हैं.”

आमतौर पर जिन लोगों को पहले से पीठ में दर्द होता है, डॉक्टर प्रेस उन्हें लंबा बैठने के लिए मना करते हैं और कम प्रभाव वाली गतिविधियों जैसे सैर करने की सलाह देते हैं. डॉक्टर प्रेस कहते हैं, "सैर करना शुरुआत है. तैरना एक अन्य गतिविधि है जो पीठ पर कम तनाव डालती है.”

उनके मुताबिक सीधे खेलों से शुरुआत न करना ही बेहतर है. कोई भी खेल खेलने में बहुत बार मुड़ना और उठना बैठना होता है. चाहे गोल्फ, बेसबॉल, टेनिस कोई भी खेल हो- पीठ दर्द या कमर के निचले हिस्से में दर्द से बचने के लिए कई और भी उपाय हैं.

डॉक्टर बताते हैं कि सब कुछ सही करने पर भी सुबह उठते ही कमर अकड़ी लगे तो दोष गद्दे का हो सकता है. ज्यादा नरम गद्दे से रीढ़ की हड्डी टेढ़ी होने लगती है.

दूसरा कारण धूम्रपान हो सकता है. पीठ दर्द को सिगरेट से जोड़ कर कम ही देखा जाता है, लेकिन एक्सपर्ट ने पाया है कि चेन स्मोकर्स में अन्य लोगों की तुलना में कमर दर्द का खतरा दोगुना तक अधिक होता है. कारण यह है कि इन लोगों की मांसपेशियों की कोशिकाओं तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती. तनाव का भी कमर दर्द से सीधा नाता है और यह सिर्फ बुरी ही नहीं, अच्छी खबर से भी हो सकता है. इसलिए बहुत ज्यादा उत्साहित ना होने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा डिप्रेशन की शिकायत हो, तब तो दर्द ज्यादा महसूस होता ही है.

एसएस/आरपी (रॉयटर्स)