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वनडे, टी20 ने टेस्ट को आक्रामक बनायाः सचिन

३ अगस्त २०१०

सचिन तेंदुलकर के 1989 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने के बाद से खेल में बेहद बड़े बदलाव आए हैं. सचिन खुद मानते हैं कि वनडे और ट्वेन्टी 20 क्रिकेट ने टेस्ट क्रिकेट को भी बदल दिया है और यह ज्यादा आक्रामक हो गया है.

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तस्वीर: AP

लगभग 21 साल से क्रिकेट की दुनिया में मौजूद सचिन तेंदुलकर ने कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में जब कदम रखा, तो उनके नाम टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने का रिकॉर्ड लिखा गया. इससे ठीक पहले जब उनसे पूछा गया कि उनके क्रिकेट खेलते खेलते यह कितना बदला है, तो सचिन ने कहा कि छोटे वक्त के खेल ने बड़ा प्रभाव डाला है.

उन्होंने कहा, "पिछले 20 साल में मेरे क्रिकेट खेलते हुए बहुत से बदलाव हुए हैं. वनडे क्रिकेट में बदलाव आया. ट्वेन्टी 20 क्रिकेट के आने से टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा आक्रामकता आ गई."

सचिन का कहना है, "मुझे लगता है कि बल्लेबाज अब ज्यादा चांस लेते हैं. ऐसा शायद वनडे क्रिकेट और बाद में ट्वेन्टी 20 क्रिकेट के आने से हुआ है. इसकी वजह से वे ज्यादा कल्पनाशील हो गए हैं और कुछ जोखिम भी उठाते हैं."

Sachin Tendulkar
'वनडे और टी20 ने टेस्ट को आक्रामक बनाया'तस्वीर: AP

सचिन तेंदुलकर को भले ही क्रिकेट खेलते हुए 20 साल से ज्यादा हो गए लेकिन उन्हें पहले टेस्ट के बाद ही लगा था कि उनका करियर आगे नहीं बढ़ पाएगा. 37 साल के तेंदुलकर का कहना है, "मुझे याद है जब 1989 में मैंने पहला टेस्ट खेला. मुझे कुछ अनुभव नहीं था और मैंने सिर्फ एक फर्स्ट क्लास सीजन खेला था. हालांकि मैंने कुछ रन बनाए लेकिन फर्स्ट क्लास के गेंदबाजों और वसीम अकरम, वकार यूनुस, इमरान खान और अब्दुल कादिर जैसे गेंदबाजों को खेलना बिलकुल अलग बात थी. मुझे लगा कि यह मेरा पहला और आखिरी टेस्ट है. लेकिन किस्मत से मुझे दोबारा मौका मिला और फिर मैंने दूसरे टेस्ट में रन बनाए. उसके बाद मुझे लगता है कि मैं ठीक खेला."

सचिन की तारफी करने वालों की कमी नहीं है. लेकिन खुद वह मानते हैं कि उनकी सबसे बड़ी तारीफ तो क्रिकेट के महान बल्लेबाज सर डोनाल्ड ब्रैडमैन ने की. सचिन का कहना है, "मुझे अपने करियर में जो सबसे बड़ी तारीफ मिली है वह यह कि सर ब्रैडमैन ने कहा कि मैं उनकी तरह खेलता हूं. यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात रही. इसके अलावा उन्होंने जब सर्वकालिक महान 11 खिलाड़ियों की टीम बनाई तो मुझे भी शामिल किया. यह भी मेरे लिए बहुत बड़ी बात रही. एक खिलाड़ी के तौर पर आपको बढ़ावा मिलना चाहिए और मुझे वह मिला."

टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी के दर्जनों रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एन रंजन

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