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वर्ल्ड कप ने दुकानदारों के चेहरे का रंग उड़ाया

१ जुलाई २०१०

ब्राजील में फुटबॉल की दीवानगी जगजाहिर है लेकिन यही दीवानगी दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. दुकानदारों को दुख है कि फुटबॉल मैचों के दौरान लोग खरीदारी के लिए नहीं आते जिसका सीधा असर उनकी बिक्री पर पड़ रहा है.

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तस्वीर: DW

ब्राजील की राजधानी रियो डी जनेरियो में दुकान मालिकों के मुताबिक उनकी आय में 50 फीसदी तक की गिरावट आई है. फुटबॉल मैचों के दौरान कामकाज मंदा ही रहता है लेकिन अगर ब्राजील खेल रही हो तो बाजारों में सन्नाटा पसरा नजर आता है और मुनाफा औंधे मुंह गिर रहा है.

China Inflation
तस्वीर: AP

शुक्रवार को ब्राजील और नीदरलैंड्स क्वार्टर फाइनल में भिड़ रहे हैं और यह बेहद रोमांचक मुकाबला होगा. खेल प्रेमियों में इस भिड़ंत को लेकर जहां रोमांच और उत्साह है वहीं दुकानदार सहमे से हैं. उनका कहना है कि अगर इस मैच में ब्राजील जीत गई तो सोमवार तक उनका काम मंदा ही रहेगा.

वर्ल्ड कप 11 जून को शुरू हुआ और रियो डी जनेरियो में फुटकर व्यापारियों को 5 करोड़ डॉलर से ज्यादा का घाटा हो चुका है. रियो बिजनेस एसोसिएशन के निदेशक डेनियल प्ला को आशंका है कि अगर ब्राजील फाइनल तक पहुंच गई तो कई अन्य शहरों का कुल घाटा बढ़कर 55 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है.

राहत की बात सिर्फ इतनी है वर्ल्ड कप से जुड़ी चीजें बेच रहे दुकानदारों की चांदी हो गई है. ब्राजील की टीम के समर्थक दिल खोलकर टीशर्ट, वुवुजेला, टोपियां और बैनर खरीद रहे हैं.

दक्षिण अफ्रीका में हो रहे वर्ल्ड कप में ब्राजील की टीम तगड़ी दावेदार है और क्वार्टर फाइनल तक का उसका सफर आराम से बीता है. किसी टीम ने उसके दबदबे को खास चुनौती नहीं दी है. लेकिन आगे की राह उसके लिए संघर्ष भरी साबित हो सकती है.

शुक्रवार को पहले क्वार्टर फाइनल में उसका मुकाबला नीदरलैंड्स से है जो अपने ग्रुप में तीनों मैच जीतकर टॉप पर पहुंची. प्रीक्वार्टर फाइनल मुकाबले में उसने स्लोवाकिया को 2-1 से परास्त किया.

वैसे ब्राजील का प्रदर्शन भी बुरा नहीं रहा है हालांकि पहले मैच में उत्तर कोरिया ने उसे कड़ी टक्कर दी. आइवरी कोस्ट को ब्राजील ने तसल्ली से हराया और पुर्तगाल के साथ उसका मैच ड्रॉ रहा. प्रीक्वार्टर फाइनल में ब्राजील ने चिली को 3-0 से चित्त किया.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: एन रंजन