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वीडियो: हाथ मिला रहे थे या दबोच रहे थे?

१४ अप्रैल २०१७

अमेरिका और रूस के विदेश मंत्री ने जब हाथ मिलाया तो उसमें मित्रता कम और अकड़ ज्यादा दिखाई पड़ी. ऐसा लगा जैसे वे दोस्ती में नहीं मजबूरी में हाथ मिला रहे हों.

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Russland Rex Tillerson bei Sergey Lavrov
तस्वीर: Picture-Alliance/AP Photo/A. Zemlianichenko

रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव से मुलाकात करने अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन मॉस्को पहुंचे थे. दोनों नेताओं के सामने सीरिया और उत्तर कोरिया जैसे मुद्दे थे. लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही हैंडशेक के दौरान साफ हो गया कि दोनों के इरादे क्या हैं. दोनों के चेहरे में तनाव और कड़वाहट साफ झलक रही थी.

रही सही कसर हाथ मिलाते वक्त पूरी हो गई. अमेरिकी विदेश मंत्री ने कसकर रूसी विदेश मंत्री का हाथ पकड़ा. बॉडी लैग्वेंज पढ़ने वालों के मुताबिक टिलरसन ने जिस तरह लावरोव का हाथ पकड़ा उससे साफ हो रहा था कि वह कड़े अमेरिकी रुख का पैगाम दे रहे है. रूसी विदेश मंत्री के सीट लेने के आग्रह के बावजूद टिलरसन ने हाथ नहीं छोड़ा. मुंह से भले ही एक शब्द न निकला हो, लेकिन भाव भंगिमा काफी कुछ कह गई.


मीटिंग के बाद टिलरसन ने स्वीकार किया कि, मुलाकात असहज रही और दोनों देशों के रिश्ते बेहद बुरे दौर में हैं.

दुनिया भर के मीडिया में इस हैंडशेक की चर्चा चल रही है. अमेरिका ने हाल ही में सीरिया पर टॉमहॉक मिसाइलों से हमला किया है. अफगानिस्तान में भी सबसे बड़ा गैर परमाणु बम गिरा चुका है. वॉशिंगटन आक्रामक सैन्य नीति के साफ संकेत दे रहा है. ईरान, उत्तर कोरिया और सीरिया जैसे मुद्दों पर तनातनी बढ़ती जा रही है. रूस और अमेरिका के बीच यह तनाव दुनिया के लिए कोई अच्छी खबर नहीं है.

(किस देश के पास कितने एटम बम हैं)