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वॉटसन ने दिलाई धमाकेदार जीत

१६ जनवरी २०११

नाबाद 161 रनों की शानदार पारी खेल कर शेन वॉटसन ने अंग्रेज खिलाड़ियों के मुंह पर ताला जड़ दिया और टीम को छह विकेट से जीत दिला दी. शुरूआत से ही ब्रिटिश गेंदबाजों की ठुकाई करते वॉटसन ने छक्का मार कर लक्ष्य पूरा किया.

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तस्वीर: AP

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इतने बड़े लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल की है. वॉटसन जीत के लिए 294 रन की दौड़ में दोनों शतकीय साझीदारियों में शामिल रहे. पहले उन्होंने ब्रैड हैडिन के साथ मिल कर 110 रन की शुरुआती साझीदारी की और फिर दूसरे विकेट के लिए कप्तान माइकल क्लार्क के साथ 103 रनों की साझीदारी की. हैडिन ने 39 और क्लार्क ने 36 रन बनाए.

क्लार्क के आउट होने के बाद एक वक्त ऐसा भी आ गया था जब इंग्लैंड ने मेजबान टीम को बैकफुट पर ला दिया था और उन्हें रन बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा था. लेकिन स्टीव स्मिथ ने धुआंधार पारी खेल कर हर गेंद की ठुकाई. स्मिथ के बल्ले का किनारा छूती गेंद ने एक बार उन्हें स्टीव डेविस के हाथों से तो बचा लिया लेकिन दूसरी बार अजमल शहजाद की गेंद पर माइकल यार्डी ने उन्हें बचने का कोई मौका नहीं दिया.

ऐसी हालत में आकर माइक हसी ने यहां मोर्चा संभाला और ब्रेस्नेन के एक ओवर में ही 15 रन ठोक कर रन बनने की गति सुधार दी. हालांकि ब्रेस्नेन को मैच में खुश होने का आखिरी मौका भी हसी ने ही दिया जब स्क्वेयर लेग पर ट्रेमलेट के हाथों वह लपक लिए गए. 15 गेंद खेल कर हसी ने 21 रन जोड़े. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की रन बनाने की गति एक बार फिर नीचे गिर गई.

कैमरन ने पिच को समझने के लिए कुछ गेंदें खर्च की और 9 रन के स्कोर पर किस्मत से मिले जीवनदान का बाद में इस्तेमाल किया. ओवर खत्म हो रहे थे और रन बनने की रफ्तार बेहद धीमी थी. ऐसे में वॉटसन को 50वें ओवर में स्ट्राइक मिली. पहली ही गेंद पर वॉटसन ने गेंद को लॉन्ग ऑन की तरफ दर्शकों की ओर उछाल दिया. यह पारी में उनका चौथा छक्का साबित हुआ और जीत की दिशा में आखिरी. वॉटसन के लिए यह उनकी एकदिवसीय मैचों में सबसे बड़ी पारी है और पांचवां शतक भी. ऑस्ट्रेलियाई टीम के चयनकर्ताओं के सामने अब दुविधा की दीवार गिर गई है और अगले महीने शुरू होने वाले वर्ल्ड कप के लिए 15 लोगों की टीम में वॉटसन को शामिल न करने की अब कोई गुंजाइश नहीं बची.

इससे पहले अंग्रेज टीम ने केविन पेटरसन और एंड्रयू स्ट्रॉस के अर्धशतकों की मदद से 49.4 ओवरों में 294 रन बनाए. 78 रनों की पारी के साथ पीटरसन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी साबित हुए. ऑस्ट्रेलिया के लिए पीटरसन कुछ और बाधाएं खड़ी करते पर दुर्भाग्यशाली रहे और रन आउट हो गए. स्ट्रॉस ने 65 गेंदों में 63 रन बनाए. डेविस के साथ पारी की शुरुआत करने आए स्ट्रॉस ने अच्छा खेल दिखाया और दोनों ने मिल कर पहले 12 ओवरों में ही 90 रन बना लिए थे.

गेंदबाजों में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ली, हसी, जॉनसन और स्मिथ को दो दो विकेट मिले जबकि बोलिंगर को एक. मेहमान टीम में ब्रेस्नेन ने दो और शहजाद, स्वान ने एक एक खिलाड़ियों को आउट किया.

इस जीत ने एशेज सीरीज में बुरी तरह से शिकस्त झेल चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम के मनोबल को इस जीत से थोड़ा सहारा मिलेगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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