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वॉशिंगटन में कृष्णा-क्लिंटन रणनीतिक वार्ता

२ जून २०१०

आपसी संबंधों में नजदीकी को नए आयाम देने के लिए भारत और अमेरिका के बीच 3 जून को रणनीतिक बातचीत हो रही है. बैठक में दोनों देश अफगानिस्तान-पाकिस्तान के मुद्दे पर और आतंकवाद विरोधी रणनीति पर वार्ता करेंगे.

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कृष्णा क्लिंटन संवादतस्वीर: AP

भारत और अमेरिका ने इस बातचीत को स्ट्रैटेजिक डायलॉग यानी रणनीतिक संवाद का नाम दिया है. इस बातचीत में 18 मुद्दों पर विचार विमर्श होगा. भारत का नेतृत्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा करेंगे जबकि अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन शामिल होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा इस साल भारत की यात्रा पर आ रहे हैं और यह वार्ता उसके लिए भी जमीन तैयार करेगी.

Barack Obama - South Carolina Sieg
तस्वीर: picture-alliance/ dpa

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश का कहना है कि रणनीतिक संवाद से भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी मजबूत होगी. "वैश्विक मुद्दों पर भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को स्ट्रैटेजिक डायलॉग आगे बढ़ाएगा. कई मुद्दों पर आपसी सहयोग का आकलन करने, उसका विस्तार करने और समन्वय बैठाने की दिशा को यह प्रक्रिया आगे बढ़ाती है."

भारतीय प्रतिनिधिमंडल में मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, विज्ञान और तकनीक मामलों के राज्य मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया और विदेश सचिव निरूपमा राव हैं.

अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स, वाणिज्य मंत्री गैरी लॉकी, शिक्षा मंत्री आर्ने डंकन और कई अन्य अधिकारी हैं.

इस बैठक में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में उपजी स्थिति, अफगानिस्ता में भारत की भूमिका और आतंकवाद के मुकाबले में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग पर चर्चा होने की उम्मीद है. आतंकवाद के मुद्दे पर भारत और अमेरिका खुफिया सूचना के आदान प्रदान और भारत के सुरक्षा ढांचे को बेहतर बनाने पर विचार करेंगे.

ऐसी रिपोर्टें हैं कि रणनीतिक संवाद के दौरान राष्ट्रपति बराक ओबामा भी कुछ देर के लिए उपस्थित हो सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो यह सिर्फ दूसरी बार होगा कि राष्ट्रपति ओबामा अमेरिकी विदेश मंत्रालय जाएंगे.

इससे पहले पिछले साल जनवरी में वह विदेश मंत्रालय गए थे जब उन्होंने पाकिस्तान अफगानिस्तान के लिए रिचर्ड हॉलब्रुक को विशेष दूत के तौर पर नियुक्त किया. भारत और अमेरिका असैनिक परमाणु ऊर्जा सहयोग, व्यापार, निवेश, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भी वार्ता करेंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़