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व्हाइट हाउस के सामने कुरान फाड़ी

१२ सितम्बर २०१०

अमेरिका में कुछ प्रदर्शनकारियों ने इस्लामीकरण के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए व्हाइट हाउस के सामने कुरान के पन्ने फाड़ डाले. इन लोगों ने कुरान के कुछ पन्नों को ईसाइयत और यहूदियों के खिलाफ बताते हुए फाड़ा.

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9/11 पर प्रदर्शनों का दौरतस्वीर: AP

इस प्रदर्शन में कुल छह लोग ही शामिल हुए. इनके नेता रैंडल टेरी ने कहा, "हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि यह भ्रम दूर होना चाहिए कि इस्लाम एक शांतिपूर्ण धर्म है." एक अन्य प्रदर्शनकारी एंड्रयू बीकम ने कुरान में से कुछ पन्नों को पढ़ा और कहा कि ये ईसाई और यहूदियों के खिलाफ नफरत फैलाते हैं. फिर उन्होंने इन पन्नों को फाड़ डाला. इन पन्नों के छोटे छोटे टुकड़ों को बीकम ने संभालकर एक प्लास्टिक बैग में रख लिया. उन्होंने कहा कि मैं इन्हें जलाऊंगा नहीं क्योंकि इस जगह कुछ भी जलाना गैरकानूनी है.

खुद को इंडियाना में रूढ़िवादी टी पार्टी का नेता बताने वाले बीकम ने कहा कि ट्विन टावर्स पर हमला कुरान और अन्य धार्मिक शिक्षाओं की वजह से हुआ. जब ये लोग प्रदर्शन कर रहे थे, तब उन्हें देखने के लिए कुछ सैलानी वहां जमा हो गए. हालांकि वहां पुलिस मौजूद रही और इन लोगों के नाम लिखे गए लेकिन पुलिस ने इनके काम में दखल नहीं दिया.

शनिवार को अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले की नौवीं बरसी मनाई गई. इस बरसी से पहले फ्लोरिडा के एक पादरी ने कुरान जलाने की घोषणा करके बड़ा विवाद खड़ा कर दिया, लेकिन बाद में पादरी ने अपनी योजना रद्द कर दी.

9/11 की बरसी पर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि इस्लाम हमारा दुश्मन नहीं है. उन्होंने कहा, "अमेरिकी होने के नाते हम कभी इस्लाम के खिलाफ युद्ध नहीं कर सकते. 11 सितंबर का हमला किसी धर्म ने नहीं किया. यह अल कायदा नाम के एक गुट ने किया जो धर्म को विकृत कर रहा है."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एस गौड़

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