1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

शारजाह में 4 भारतीयों को मौत की सज़ा

Priya Esselborn१३ जुलाई २०१०

शारजाह में क़त्ल के दो अलग मामलों में चार भारतीयों को मौत की सज़ा सुनाई गई है. इन चारों में तीन ऐसे हैं जिन्होंने पैसे लेकर हत्या करने का जुर्म किया. हत्या की साजिश रचने वाले को 15 साल के क़ैद की सजा़ मिली है.

https://p.dw.com/p/OHdB
तस्वीर: dpa

कोर्ट में इनकी पहचान कुमार, जकारिया, बशीर और अनवर के रूप में हुई. कुमार ने बाकी तीनों को पैसे देकर अपने पूर्व कर्मचारी और अब कारोबारी प्रतिद्वंदी बन चुके कुमिल का क़त्ल करवाया. कुमार के मुताबिक कुमिल उसके ग्राहकों को उससे छीन रहा था. हत्या करने वाले तीनों लोगों को कुंजतिल नाम के एक दूसरे शख्स की हत्या की कोशिश करने का भी दोषी माना गया है. इस जुर्म के लिए उन्हें अलग से 10-10 साल के क़ैद की सज़ा मिली है. इसके अलावा बशीर और अनवर को शराब पीने का दोषी पाए जाने के जुर्म में 80 कोड़े भी लगाए जाएंगे. अपराध में सहायता करने के जुर्म में फख्र अल दीन और अब्दुल मजीद नाम के दो लोगों को 5-5 साल के जेल की सज़ा मिली है. हत्या की साजिश रचने के आरोप में कुमार को भी 15 साल के जेल की सज़ा मिली है. कोर्ट ने कहा है कि कैद की सजा पूरी होने के बाद तीनों भारतीयों को उनके देश भेज दिया जाएगा.

जकारिया बशीर और अनवर ने कुमिल को पकड़कर उसपर चाकुओं से हमला किया. कुमिल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका साथी कुंतजिल घायल हालत में वहां से भागने में कामयाब हो गया और अस्पताल पहुंच गया. इसी दौरान पुलिस वहां पहुंच गई और तीनों आरोपी पकड़े गए. बाद में उन्होंने बताया कि उन्हें कुमार ने हत्या करने के लिए पैसे दिए थे. कुमार ने ज़कारिया के साथ 4000 दिरहम में कत्ल का सौदा किया और उसे एडवांस में 2000 दिरहम दिए. जकारिये ने बशीर और अनवर को दो सौ दिहरम देकर अपने साथ कर लिया. हालांकि कुमार का कहना है कि उसने केवल पिटाई करने और उसकी टांग तोड़ने के लिए ही कहा था.

कुमार का कहना है कि कुमिल प्लास्टिक बैग के कारोबार में पहले उसके साथ काम करता था. बाद में उसने अपना अलग कारोबार शुरू कर दिया और उसके ग्राहकों को भी तोड़ने लगा. कुमार का आरोप है कि कुमिल उसके घर फोन कर उसे धमकियां भी देता था इतना ही नहीं उसने उसके कर्मचारियों को भड़काने की भी कोशिश की.

दूसरे मामले में एक और भारतीय को मौत की सजा मिली है. एस एस नाम के इस शख्स ने एक आदमी की इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई. एस एस ने इन आरोपों से इंकार किया है और अपील कोर्ट में सजा पर पुनर्विचार के लिए याचिका दायर की है. एस एस का कहना है कि पांच बेरोजगार और अवैध भारतीय मजदूर उसके घर में घुस आए और उनके बीच कुछ कहासुनी हुई. इन लोगों ने शराब पी रखी थी और उसके साथ बदतमीजी करने लगे. इसी दौरान उसने एक शख्स को धक्का दिया जिससे वो जमीन पर गिर पड़ा. उसके सिर से खून बहने लगा और बाद में उसकी मौत हो गई. एस एस ने बाद में पुलिस को बताया कि ये पांचों लुटेरे थे और इन्होंने उससे पैसे और उसका सामान लूट लिया. 

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः उ.भ.