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श्रीनगर में बंद का असर, बारामूला में तनाव

१८ जुलाई २०१०

अलगाववादियों के बंद के आह्वान और सुरक्षा बलों की पाबंदियों के चलते श्रीनगर में आम जनजीवन फिर बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कई दिनों की हड़ताल, हिंसक प्रदर्शनों और कर्फ्यू के बाद हालात सामान्य होने की राह में पेश आई मुश्किल.

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तस्वीर: UNI

अलगाववादियों ने रविवार को श्रीनगर में बंद बुलाया था जिसका काफी असर हुआ है. सुरक्षा बलों ने किसी भी स्थिति निपटने के लिए कड़े प्रबंध किए हुए हैं. उत्तरी कश्मीर के बारामूला शहर में तनाव पैदा हो गया है. बताया जाता है कि सुरक्षा बल एक लड़के का पीछा कर रहे थे और लड़के की भागते हुए नदी में डूबकर मौत हो गई.

अलगाववादी कट्टरपंथी नेता सैयद अली गिलानी ने सुरक्षा बलों पर मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कश्मीर घाटी में बंद का आह्वान किया है. गिलानी की ओर से हुआ बंद का आह्वान हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के कश्मीर छोड़ो आंदोलन का हिस्सा है.

Indien Rajouri Kadal
तस्वीर: UNI

श्रीनगर में एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "श्रीनगर के पुराने इलाकों में आवाजाही पर रोक लगाई गई है. मयसूमा, बटमालू और हुमहामा इलाकों में हिंसा की आशंका से निपटने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं." रविवार तड़के ही पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दिया गया. श्रीनगर के पुराने इलाकों, बटमालू और मयसूमा में चौराहों पर कंटीली तारें लगाई गई हैं ताकि वाहनों और भीड़ को नियंत्रित किया जा सके. वाहनों और लोगों के आने जाने पर सुरक्षा बलों ने पाबंदी लगा दी है.

वैसे शनिवार को कश्मीर घाटी में हालात सामान्य होने की रिपोर्टें मिलीं. पिछले 12 दिनों से घाटी में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन और तनाव कायम रहा. शनिवार को श्रीनगर की सड़कों पर वाहन भी दिखाई दिए  क्योंकि लोग जरूरत का सामान खरीद लेना चाहते थे. जिसके चलते कुछ इलाकों में जाम की स्थिति बनी लेकिन रविवार को स्थिति फिर एक बार तनाव की ओर लौटती दिखाई दी.

बारामूला में भी तनाव बना हुआ है. स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि सातवीं कक्षा में पढ़ने वाला फैजान अहमद बुहरु का सुरक्षा बल पीछा कर रहे थे और वह एक नदी में डूब गया जिससे उसकी मौत हो गई. फैजान की लाश को अभी बरामद नहीं किया जा सका है. बारामूला के आजादगंज पुल पर भीड़ पथराव कर रही थी जिसके चलते सुरक्षा बलों ने भीड़ को खदेड़ना शुरू किया. सुरक्षा बलों से बचने के लिए फैजान नदी में कूद गया और डूब गया.

बारामूला के डीएम बशीर अहमद ने बताया है कि प्रशासन की प्राथमिकता फैजान की लाश को बरामद करना है. "फैजान की मौत से जुड़े पहलुओं की विस्तार से जांच होगी लेकिन पहले उसकी लाश को बरामद करना है." कश्मीर घाटी में 11 जून से अब तक सुरक्षा बलों की फायरिंग में लोगों के मारे जाने की कई घटनाएं हो चुकी है जिसके चलते भारत विरोधी प्रदर्शनों का नहीं थमा है. अब तक 14 लोगों के मारे जाने की बात सामने आ चुकी है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम