"संघर्ष विराम करें इस्राएल-हमास"
२८ जुलाई २०१४संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रविवार देर रात अपनी वेबसाइट पर बयान जारी कर इस्राएल और इस्लामी उग्रपंथी गुट हमास से "टिकाऊ और पूरी तरह सम्मानजनक संघर्ष विराम" करने की अपील की, "सुरक्षा परिषद अंतरराष्ट्रीय साझेदारों और संयुक्त राष्ट्र महासचिव की उस अपील का पुरजोर समर्थन करती है जिसमें मानवीय आधार पर तुरंत प्रभाव से बिना शर्त संघर्ष विराम होना चाहिए, ताकि ऐसे लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके, जिन्हें उसकी सख्त जरूरत है." सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों ने संघर्ष विराम प्रस्ताव के समर्थन में वोट दिया. इस बीच इस्राएल की सेना ने कहा है कि वो रविवार रात से फलीस्तीन की तरफ कोई हमले नहीं कर रही है.
शनिवार को दोनों पक्षों के बीच 12 घंटे का संघर्ष विराम हुआ. संघर्ष विराम करीब 16 घंटे चला. लेकिन इस दौरान इस्राएली सेना ने "आतंकवादियों की सुरंगों" पर कार्रवाई जारी रखी. तभी हमास ने भी इस्राएल पर एक रॉकेट हमला कर दिया. हमास ने कहा कि इस्राएल पूरी तरह संघर्ष विराम का पालन नहीं कर रहा है. इसके बाद संघर्ष फिर भड़क उठा. रविवार को इस्राएल ने फिर से जमीनी, समुद्री और हवाई हमले शुरू कर दिए. वहीं फलीस्तीन से भी इस्राएल की तरफ रॉकेट उड़ने लगे.
ओबामा और नेतन्याहू की बातचीत
सुरक्षा परिषद का बयान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू की टेलीफोन बातचीत के बाद आया. ओबामा ने इस्राएली प्रधानमंत्री से कहा कि वो टिकाऊ संघर्ष विराम पर काम करें. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ने बयान जारी कर कहा, ओबामा ने "यह साफ किया कि संघर्ष विराम की ऐसी कोशिशें हो जो नंबवर 2012 के संघर्ष विराम समझौते की तरफ बढ़ें."
आठ जुलाई से शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक 1,200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इनमें 1,030 से ज्यादा फलीस्तीनी है. इस्राएल के 43 सैनिकों और दो नागरिकों की मौत हुई है.
सोमवार को फलीस्तीन में ईद उल फितर का त्योहार भी है.
ओएसजे/एएम (एएफपी, रॉयटर्स)