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सबरीमाला: भगदड़ में 100 की मौत

१४ जनवरी २०११

केरल के इडुक्की जिले में सबरीमाला मंदिर की तीर्थयात्रा के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई है. श्रृद्धालुओं को लेकर जा रही जीप के नियंत्रण खो देने और लोगों से टकरा जाने के बाद मची भगदड़ से हुआ हादसा.

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तस्वीर: AP

राज्य के गृह मंत्री कोदियुरी बालाकृष्ण ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि अब तक कई शवों को निकाला जा चुका है. यह घटना पहाड़ी और दुर्गम इलाके में हुई है. 75 घायलों को नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया है.

बचावकर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और लोगों को राहत मुहैया करा रहे हैं लेकिन दूरदराज का इलाका होने के कारण बचाव के काम में बाधा पेश आ रही है. बालाकृष्ण ने बताया कि राहत का काम चल रहा है और मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है.

यह घटना केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से करीब 200 किलोमीटर दूर इडुक्की जिले में हुई है.

भगदड़ की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है. कुछ अधिकारियों का कहना है कि भीड़ में एक जीप के पलट जाने की वजह से भगदड़ मची जबकि अन्य लोगों के मुताबिक श्रृद्धालु एक वाहन को हटाने का प्रयास कर रहे थे और वह लोगों पर गिर पड़ा जिसके बाद भगदड़ मच गई. पुलिस कमिश्नर राजेंद्र नायर का कहना है कि जीप के उलटने से लोगों में अफरातफरी फैल गई जिसके बाद मची भगदड़ में 100 से ज्यादा लोग मारे गए.

दूसरी बार हुई घटना

यह दूसरी बार है जब इस आयोजन के दौरान यह दुर्घटना हुई है. इससे पहले 1999 में भूस्खलन की वजह से 50 श्रृद्धालुओं की मौत हो गई थी. भारत में बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ की घटनाएं होती रही हैं. संकरी जगह में जबरदस्त भीड़ होने की वजह से ऐसी दुर्घटनाएं होती रहीं हैं जिसमें जान माल का नुकसान हुआ है.

तीर्थयात्रा की परंपरा के मुताबिक हजारों महिलाएं और पुरुष हाथ में चढ़ावा लिए पैदल सबरीमाला मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं. लेकिन उम्रदराज लोग बसों या जीप में चढ़कर मंदिर तक यात्रा करते हैं जिससे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. नवंबर से जनवरी तक सबरीमाला मंदिर में श्रृद्धालुओं का तांता लगा रहता है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ईशा भाटिया

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