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समुद्री पर्यटन की ओर लोगों का बढ़ता रुझान

अपूर्वा अग्रवाल
३० जनवरी २०१७

जर्मनी में पिछले 48 साल से आयोजित हो रहे इस व्यापार मेले के रंग इस बार अन्य सालों के मुकाबले कुछ अधिक ही अंतरराष्ट्रीय थे. मेले में इस वर्ष 70 देशों की तकरीबन 1800 कंपनियों ने हिस्सा लिया.

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Düsseldorf - Bootmesse 2017
तस्वीर: Messe Düsseldorf/ctillmann

वो दिन दूर नहीं जब इंसान, जमीन की बजाय पानी पर बने घरों में रहने लगे. सुनने में तो ये सोचना भी हैरान कर देने वाला लगता है लेकिन जर्मनी के डुसेलडॉर्फ में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले `बूट 2017´ में डेढ़ हजार से भी अधिक नाव, जहाज, हाउसबोट, मोटरबोट आदि को देखने के बाद ऐसा खयाल आना लाजिमी है. मेले में इस वर्ष 70 देशों की तकरीबन 1800 कंपनियों ने हिस्सा लिया. 21 जनवरी से शुरू हुए इस नौ दिवसीय मेले में तकरीबन ढाई लाख लोगों ने शिरकत की. बूट 2017 के निर्देशक पेत्रोस मिशेलीदाकी के मुताबिक "समुद्री पर्यटन में रुझान रखने वाले लोग बड़ी तादाद में यहां जुटे और हमारी जानकारी मुताबिक हर एक यूरोपीय देश से लोग यहां पहुंचे थे." उन्होंने कहा कि मेले में शामिल कंपनियों के बिक्री आंकड़े, आयोजन की सफलता की पुष्टि करते हैं जिससे साफ है कि बूट दुनियाभर की कंपनियों के लिए एक बड़ा कारोबारी मंच साबित हो रहा है.

17 हॉलों में सजे इस मेले में नाव और इससे जुड़े अन्य उत्पादों को बनाने वाली कंपनियों के अलावा देश दुनिया के तमाम गोताखोर, ट्रेनर्स, पयर्टक, टूर ऑपरेटर, वाटर स्पोटर्स में दिलचस्पी रखने वाले स्कूली बच्चे और यहां तक कि समुद्री जंतुओं के जीवन को बचाने में जुटे संगठनों ने भी शिरकत की. यह मेला महज एक कारोबारी मंच ही नहीं बल्कि एक वॉटर स्पोर्ट केंद्र जैसा नजर आ रहा था जिसके कई हालों में वॉटर स्पोर्ट के दिलचस्प आयोजन भी किए गए थे. इसके साथ ही यहां कला के कद्रदानों के लिए हाल नंबर 7 में पेंटिंग्स और लकड़ी, सिरेमिक और कपड़े से बने जहाजों के नमूनों को भी रखा गया था.

हॉल नंबर 3 और 4 समुद्र की गहराइयों में जाने वाले गोताखोरों को समर्पित था. यूं तो यहां गोताखोरों के लिए हाई डिजाइनमास्क, चश्में और कंप्यूटर भी उपलब्ध थे लेकिन गोताखोरों ने अत्याधुनिक उपकरणों की कमी भी महसूस की. 

जर्मनी में गोताखोरी के ट्रेनर और तकनीकी सलाहकार एन. डेटमर ने बताया कि यह दुनिया में गोताखोरों के लिए होने वाला सबसे बड़ा व्यापार मेला है और वह पिछले साल 15 सालों से यहां आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार मिश्रित गैसों के रीबीथर को पेश किया गया है जो एक नया ट्रेंड हैं लेकिन वह इससे ज्यादा की उम्मीद कर रहे थे. 

जर्मनी के ही एक अन्य गोताखोर गेरहार्ड श्नाइडरने इस मेले में उन्नत तकनीक और एडवांस डाइविंग कंप्यूटर की कमी महसूस की. गेरहार्ड जल्द ही अपने एक नए अभियान के लिए इंडोनेशिया रवाना होने वाले हैं.

मेले मे मर्सिडीज का स्टोर पर आपको ऐसी गाड़ियां नजर आती हैं जो वॉटर स्पोर्ट पर जाने के दौरान आपको सामान ले जाने के लिए बेहतरीन कैरिज सुविधा मुहैया कराती हैं. इसके साथ ही इंडोनेशिया, थाईलैंड, केन्या, मालदीव, फिलीपींस समेत तमाम देशों की कंपनियां भी यहां समुद्री पयर्टन से जुड़े आकर्षक पैकेज उपलब्ध कराती नजर आ रहीं थीं. इंडोनेशिया के पयर्टन कंपनी पिनडिनो से जुड़े रोनन ने बताया कि उनकी कंपनी इस ट्रेड फेयर में पिछले 20 सालों से आ रही हैं और वह स्वयं चौथी बार यहां आएं हैं. उन्होंने बताया कि हमारी स्विस कंपनियों के साथ कारोबारी साझेदारी है और जर्मनी, स्विट्जरलैंड और फ्रांस जैसे यूरोपीय देशों से हर साल बड़ी संख्या में पयर्टक इंडोनेशिया में समुद्री पर्यटन के लिए पहुंचते हैं.