सरहदी सूबे में दो आत्मघाती हमले, 41 की मौत
१७ अप्रैल २०१०कुछ ही मिनटों के भीतर ये दोनों हमले कोहाट शहर के बाहरी इलाके में बनाए गए एक शरणार्थी शिविर में हुए. कोहाट में ही इन लोगों का रजिस्ट्रेशन होता है जो अफगानिस्तान से लगने वाले इलाकों से इसलिए भाग कर आए हैं क्योंकि वहां तालिबान के खिलाफ पाकिस्तान की सेना का अभियान चल रहा है.
स्थानीय पुलिस प्रमुख दिलावर खान बंगश ने बताया, "दो आत्मघाती धमाकों में 41 लोग मारे गए हैं. 64 लोग घायल हुए हैं." उन्होंने बताया कि हमलावर बुरके पहने भीड़ में घुस गए. मरने वालों में ज्यादातर का संबंध मनी खेल और बारामद खेल कबीलों से है जो ओरकज़ई जिले में अपने घरों को छोड़ कर आए हैं. बंगश के मुताबिक पहले हमलावर ने खुद को उस वक्त उडा़ दिया जब शरणार्थी शिविर में बहुत से लोग अपना रजिस्ट्रेशन कराने और मदद पाने के लिए जमा थे. इसके कुछ ही मिनट बाद दूसरे आत्मघाती हमलावर में भीड़ के बीचोंबीच धमाका कर दिया.
पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में तालिबानी हिंसा और चरमपंथियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के कारण बहुत से लोग वहां से अपने घर छोड़ कर भाग रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इस तरह लगभग 13 लाख लोग बेघर हुए हैं. अमेरिकी दबाव में पाकिस्तान को तालिबानी उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ रही है.
उधर, शनिवार को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल अश्फाक कियानी ने खै़बर जिले में हवाई कार्रवाई में आम लोगों के मारे जाने पर माफी मांगी. हफ्ते भर पहले हुई गोलीबारी और दो हवाई हमलों में पहले अधिकारियों ने 42 चरमपंथियों को मारने का दावा किया, लेकिन बाद में कबायली लोगों ने कहा कि सेना की कार्रवाई में 61 आम लोग मारे गए हैं. हालांकि अधिकारियों का अनुमान है कि कम से कम 15 आम लोग ही इस कार्रवाई में मारे गए हैं. खुकीखेल कबीले के एक नेता ने सेना प्रमुख की माफी को स्वीकार कर लिया है लेकिन यह भी कहा है कि दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एम गोपालकृष्णन