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सवालों के बीच डकार की रेस

४ जनवरी २०१३

ऊंची नीची सड़कों और खराब रास्तों से होकर गुजरने वाली 8400 किलोमीटर लंबी रेस शुरू हो गई है. डकार रैली में सुरक्षा को लेकर जितने सवाल होते हैं, उतने ही अब पर्यावरण को लेकर भी उठने लगे हैं.

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तस्वीर: Reuters

इस साल 34वीं डकार रैली हो रही है और रेस की शुरुआत पेरू की राजधानी लीमा से होने वाली है. इसमें 459 गाड़ियां चिली की राजधानी सांतियागो की ओर रवाना होंगी. शनिवार को शुरू होने वाली यह रेस 20 जनवरी तक चलेगी.

किसी जमाने में इस रेस को पेरिस डकार रेस कहा जाता था क्योंकि यह नए साल के मौके पर फ्रांस की राजधानी से शुरू होकर अफ्रीका तक जाती थी. पहली रेस 1978 में हुई. बाद में सुरक्षा पर सवाल उठने लगे तो महाद्वीपीय रेस बंद करके इसे दक्षिण अमेरिका में कराया जाने लगा. यह अब अपने असली रास्ते पर नहीं जाती है.

जीवाश्मों पर खतरा

इस साल की रेस पर पहले से ही सवाल उठाए जाने लगे हैं. पर्यावरणविदों का कहना है कि भारी भरकम गाड़ियों की वजह से डॉल्फिन और व्हेल मछलियों के जीवाश्मों पर असर पड़ सकता है. कहा जाता है कि इस रेस के रास्ते में दो करोड़ साल पुराने जीवाश्म हैं.

Argentinien Motorsport 2012 Dakar Rally Auto von Jose Antonio Blangino
रेस में हादसे की शिकार गाड़ीतस्वीर: Getty Images

पेरू की इंस्टीट्यूट ऑफ पालेओनटोलोजी के प्रमुख कार्लोस विलदोसो का कहना है, "हमारे पास विशाल स्तनपायी जानवरों के कई कंकाल हैं. खास तौर पर व्हेल और डॉल्फिन के. पास से गुजरती भारी गाड़ियों की वजह से इनके जीवाश्मों पर असर पड़ता है."

जानलेवा रेस

दूसरी तरफ आयोजकों ने इन खतरों के बदले कीमत चुकाने की पेशकश की है. डकार रैली के इतिहास में अब तक 59 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें ड्राइवरों के अलावा 20 दर्शक भी शामिल हैं. पिछले साल अर्जेंटीना के ड्राइवर योर्गे मार्टिनेज बोएरो की मौत रेस के पहले दिन ही हो गई थी.

इस साल सुरक्षा के लिहाज से 150 सुरक्षा बलों के अलावा 60 डॉक्टर और सर्जनों को तैनात किया जा रहा है. इसके अलावा पांच हेलिकॉप्टर और 10 दूसरी मेडिकल गाड़ियों को भी बचाव काम में लगाया जाएगा. ये चौबीसों घंटे काम करते रहेंगे.

रेस के आयोजक एटिने लाविग्ने का कहना है, "यह एक्सट्रीम स्पोर्ट है. इसमें जीरो रिस्क की बात नहीं कर सकते हैं."

Katar Rallyefahrer Nasser Al-Attiyah
कतर के नसीर अल-अतीयातस्वीर: AP

जीत की जंग

फ्रांसीसी रेसर श्टेफने पीटरहांसेल पर अपना खिताब बचाने के दबाव होगा, जो 10 बार के चैंपियन हैं. लेकिन उन्हें कतर के शानदार ड्राइवर नासिर अल-अतीया और स्पेन के कार्लोस साएंज से कड़ा मुकाबला करना होगा. अतीया ने 2011 और साएंज ने 2010 में रेस जीती है.

रेस का रास्ता पैसिफिक किनारा होते हुए अर्जेंटीना में पहुंचता है, जहां ऊबड़ खाबड़ रास्तों से जाते हुए यह एंडीज की पहाड़ियों तक से गुजरता है. इसके 14 चरण होते हैं और यह तीन देशों से गुजरता है.

कार के अलावा मोटरसाइकिल रेस भी होती है. 1992 के बाद पहली बार होंडा की टीम इसमें हिस्सा लेने वाली है. पिछले चैंपियन फ्रांस के सिरिल डेसप्रेस और स्पेन के बाइकर मार्क कोमा के बीच कड़ा मुकाबला होगा. पिछली सात रेस इन्हीं दोनों ने जीती हैं.

डकार रैली में कुल 459 गाड़ियां होंगी. फ्रांस सबसे बड़ा हिस्सेदार है, जबकि दूसरे नंबर पर अर्जेंटीना है, जिसके 70 ड्राइवर हैं.

रेस की शुरुआत लीमा की रेतीली भूमि पर होगी और धीरे धीरे यह मुश्किल होती जाएगी. अर्जेंटीना में पहुंचने के बाद इसे कई खतरनाक घाटियों के रास्ते गुजरना होगा.

एजेए/एनआर (एएफपी)

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