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सहवाग आउट, टीम इंडिया सन्न

६ अगस्त २०१०

श्रीलंका के खिलाफ 257 रन का पीछा कर रही भारत की टीम उस वक्त सन्न रह गई, जब तूफानी ओपनर वीरेंद्र सहवाग बिना कोई रन बनाए आउट हो गए. भारत को सीरीज बराबर करने और टेस्ट मैचों में पहले नंबर पर बने रहने के लिए यह मैच जीतना है.

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शून्य पर आउट हुए सहवागतस्वीर: AP

भारत की दूसरी पारी में अभी 10 रन ही जुड़े थे और एक ओवर के बाद कुछ ही गेंदें फेंकी गई थीं कि रांदिव को कामयाबी मिल गई. किसी भी टीम के छक्के छुड़ा देने वाले और पहली पारी में शतक ठोंक चुके सहवाग उनकी गेंद को नहीं समझ पाए और विकेटकीपर जयवर्धने को कैच थमा बैठे. इसके साथ ही चौथे दिन का नाटकीय घटनाक्रम जारी रहा.

भारत को जीत के लिए 257 रन बनाने हैं. पहली पारी में उसे 11 रन की बढ़त मिली, जबकि श्रीलंका ने दूसरी पारी में समरवीरा के 83 और मेंडिस के 78 खूबसूरत रन की मदद से 267 रन बनाए.

खेल के चौथे दिन भारतीय गेंदबाजों ने पहले तो छह विकेट आसानी से चटका दिए लेकिन नौवें विकेट की साझीदारी में समरवीरा और मेंडिस ने 118 रन जोड़ दिए. इसके बाद ऐसा लगने लगा जैसे भारतीय गेंदबाजों को विकेट मिलेगा ही नहीं. समरवीरा और अजंता मेंडिस तेज और स्पिन दोनों गेंदबाजों को आराम से खेलते रहे और स्कोरबोर्ड पर रन जुटते चले गए.

आखिरकार अमित मिश्रा ने इस जोड़ी को तोड़ा और समरवीरा को आउट किया. नौवां विकेट 243 रन पर गिरा. इसके बाद 10वें विकेट के लिए भी श्रीलंका के बल्लेबाजों ने 23 रन जोड़ दिए. श्रीलंका को आउट करने के बाद भारत के सामने जीत के लिए 257 रन बनाने का लक्ष्य मिला.

सहवाग के रहते कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं माना जा सकता लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम का दबाव में आना लाजिमी है. हालांकि भारत के पास राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सुरेश रैना जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं.

तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का यह तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच है. गॉल में खेला गया पहला टेस्ट मेजबान श्रीलंका ने जीता, जबकि कोलंबो के दूसरे ग्राउंड पर हुआ दूसरा टेस्ट मैच बिना किसी नतीजे के खत्म हो गया. अगर भारत यह तीसरा मैच जीत लेता है तो टेस्ट मैचों में उसके पहले नंबर की कुर्सी बची रहेगी. लेकिन अगर वह हार जाता है तो समीकरण गड़बड़ा सकते हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः उ भट्टाचार्य