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सारकोजी ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया

७ दिसम्बर २०१०

फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोजी ने आंतकवादियों को सुरक्षित पनाहगाहें देने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने मुंबई में 26 नवंबर 2008 के आंतकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी.

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मुंबई के दौरे पर सारकोजीतस्वीर: AP

अपने चार दिन के भारत दौरे के आखिरी पड़ाव में मुंबई पहुंचे सारकोजी ने कहा कि पाकिस्तान में आंतकवादी नेटवर्क को शरण दिए जाने और वहां से भारत, अफगानिस्तान में फ्रांसीसी और अन्य देशों के सैनिकों पर हमलों को किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया जा सकता. मुंबई हमलों के दौरान निशाना बनने वाली जगहों में से एक ओबरॉय होटल में सारकोजी ने कहा, "इस बात को स्वीकार नहीं किया जा सकता कि भारत की सुरक्षा को पड़ोसी देशों से काम कर रहे आंतकवादी गुटों की तरफ से खतरे पैदा हों. यह अफगानिस्तान और वहां मौजूद हमारे सैनिकों के लिए भी अस्वीकार्य है कि अल कायदा को पाकिस्तान के सरहदी इलाकों में सुरक्षित पनाह दी जाती है. हम जानते हैं कि पाकिस्तानी लोगों को आतंकवाद की क्या कीमत चुकानी पड़ रही है. लेकिन दुनिया इस बात को स्वीकार नहीं कर सकती कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी गुट हमलों को अंजाम देते रहें."

फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा कि वे यह साबित करें कि इन आतंकवादियों से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ भरपूर सहयोग जारी रहेगा. इससे पहले सारकोजी ने अपनी पत्नी कार्ला ब्रूनी के साथ दक्षिणी मुंबई में उन 18 पुलिस अफसरों के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने हमलों के दौरान अपनी जान गवाईं. इन हमलों के दौरान एक यहूदी सेंटर, दो पांच सितारा होटलों, एक मशहूर रेस्त्रां और शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन को निशाना बनाया गया. इन हमलों में 166 लोगों की जानें गईं जिनमें दो फ्रांसीसी नागरिक भी शामिल थे.

पाकिस्तान में मुंबई हमलों के सिलसिले में सात लोगों पर मुकदमा चल रहा है लेकिन अब तक किसी को दोषी करार नहीं दिया गया है. इनमें लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी उर रहमान लखवी को हमलों का मास्टरमाइंड समझा जाता है. विकीलीक्स की तरफ से जारी अमेरिकी विदेश मंत्री के लिए एक गोपनीय संदेश में कहा गया है कि जेल में रहते हुए लखवी लश्कर को चलाता रहा है.

फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के लिए ठीक वैसे ही शब्दों का इस्तेमाल किया है जैसे उनसे पहले भारत के दौरे पर जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने किया. पाकिस्तान सरकार का कहना है कि उनका देश खुद आतंकवाद का शिकार है और चरमपंथ से निटपने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है. देश के सरहदी पहाड़ी कबायली इलाके में सैन्य अभियान भी चलाया गया.

इससे पहले सारकोजी ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की और दोनों देशों ने 9 अरब डॉलर से ज्यादा के परमाणु उर्जा समझौते पर हस्तार किए. फ्रांस की अरेवा एसए कंपनी महाराष्ट्र में दो परमाणु बिजली रिएक्टर लगाएगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ए कुमार

संपादन: महेश झा

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