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जिहादी था बेल्जियम का हमलावर

२ जून २०१४

फ्रांस के एक नागरिक ने पिछले हफ्ते ब्रसेल्स में हुई गोलीबारी की जिम्मेदारी ली है. मेहदी नेमूशे सीरिया में जिहादी रह चुका है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

नेमूशे ने 40 मिनट लंबे वीडियो में कहा है कि उसने बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स के यहूदी धर्मस्थल के सामने गोलियां चलाईं जिसमें तीन लोग मारे गए और एक की हालत गंभीर है. नेमूशे शुक्रवार को वापस फ्रांस लौट रहा था जब मार्से में पुलिस ने उसके पास से एक एके47 और एक पिस्तोल जब्त की. वकील ने कहा कि वीडियो में नेमूशे ने बताया है कि उसने हमले के दौरान एक गोप्रो कैमरा को अपने बैग से लगा रखा था ताकि वह हमले को रिकॉर्ड कर सके, लेकिन ऐसा हो नही सका. नेमूशे एम्स्टरडम से वापिस आ रहा था और उसके पास सफेद कपड़ा था जिसमें इस्लामी राष्ट्र इराक और सीरिया के सबसे कट्टर उग्रवादी गुट लेवांट का नाम लिखा हुआ था.

सीरिया गया था नेमूशे

नेमूशे ने वीडियो के लिए अपने हथियारों की तस्वीरें लीं और कहा कि उसने ब्रसेल्स में यहूदियों के खिलाफ हमला किया है. बेल्जियम के सरकारी वकील फ्रेडरिक फैन लीयूव ने यह जानकारी ब्रसेल्स में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी. लेकिन फैन लीयूव के मुताबिक यह पक्का नहीं है कि वीडियो में आवाज नेमूशे की ही है. पूछताछ के दौरान नेमूशे बहुत ही कम बोला और एक गरीब और बेघर इंसान की छवि दिखाने की कोशिश की.

Frederic Van Leeuw Staatsanwalt Brüssel PK Anschlag auf Jüdisches Museum Marseille
तस्वीर: REUTERS

पेरिस के सरकारी वकील फ्रांसोआ मोलां ने कहा कि नेमूशे पहले कई बार कानून को अपने हाथ में ले चुका है. दिसंबर 2012 में जेल से रिहा होने के कुछ ही हफ्तों बाद वह सीरिया के लिए निकल गया. वहां उसने इस्लामी स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांट नाम के उग्रवादी संगठन के लिए लड़ाई में हिस्सा लिया. इस साल मार्च में वह फ्रांस लौटा. फ्रांसीसी वकील मोलां के मुताबिक कैद के दौरान नेमूशे ने कट्टरपंथी इस्लाम अपनाया.

यूरोप के जिहादी

नेमूशे फ्रांस के रूबे इलाके का रहने वाला है. फ्रांस की खुफिया एजेंसी की कई दिनों से उस पर नजर थी. महदी नेमूशे के परिवार को जब खबर दी गई, तो वह काफी हैरान हुए. उसकी मौसी ने पत्रकारों से बताया, "वह एक अच्छा, तेज और पढ़ा लिखा लड़का है और एक साल विश्वविद्यालय में बिता चुका है." उन्होंने बताया कि नेमूशे अनाथालय में बड़ा हुआ और फिर अपनी नानी के साथ रहने लगा. जेल जाने के बाद परिवार से सारे संबंध खत्म हो गए लेकिन नेमूशे ने कभी मस्जिद या धर्म की बात नहीं की.

बेल्जियम की राजधानी में यहूदी धर्मस्थल पर हमला पिछले 30 साल में पहली बार हुआ है और इससे यूरोप में यहूदियों पर हिंसक हमलों के बढ़ने का डर पैदा हो गया है. यूरोपीय यहूदी कांग्रेस ने यहूदी संगठनों के आसपास कड़ी सुरक्षा की मांग की है और यहूदियों के खिलाफ हमलों के लिए कानूनों को और सख्त करने की मांग की है. लेकिन नेमूशे का मामला फ्रांस और यूरोप के लिए एक बढ़ती परेशानी का संकेत है. यूरोप से कई युवा जिहाद के लिए सीरिया का रुख कर रहे हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसोआ ओलांद ने कहा है कि उनकी सरकार जिहादियों पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है. केवल फ्रांस से करीब 780 लोग सीरिया में जिहादियों की मदद करने निकल गए हैं.

एमजी/एएम (एपी, एएफपी)