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सुरक्षाबलों की कार्रवाई में लश्कर कमांडर की मौत

१ अगस्त २०१७

भारत प्रशासित कश्मीर में मंगलवार सुबह लश्कर के कमांडर अबू दुजाना की सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मौत के बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गये हैं. पुलिस से आम लोगों की झड़प के दौरान एक प्रदर्शनकारी की भी मौत हुई है.

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Indien Protestanten in Kaschmir
फाइलतस्वीर: Getty Images/AFP/T. Mustafa

सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गये आतंकवादियों में एक का नाम अबू दुजाना है जो लश्कर का कश्मीर प्रमुख बताया जाता है. पुलिस प्रवक्ता मनोज पंडिता ने बताया कि श्रीनगर के दक्षिण में मौजूद पुलवामा जिले में आतंकवादियों की मौत हुई है. पुलिस का कहना है कि दक्षिणी हाकरीपोरा गांव में सुरक्षा बलों को दो आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी. सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी शुरू कर दी. इस दौरान स्थानीय लोगों ने ये घेरा तोड़ने की कोशिश की और पुलिस के साथ भिड़ गये. इस झड़प में एक युवा की मौत हो गई और दर्जनों आम लोग घायल हो गये. इसके बाद विरोध प्रदर्शनों में स्कूल कॉलेजों के छात्र भी शामिल हो गये. विरोध प्रदर्शन तेज होने के बाद पुलिस ने इलाके में इंटरनेट और ट्रेन की सेवा भी बंद कर दी है.

पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "लश्कर ए तैयबा का चीफ कमांडर पाकिस्तान का अबू दुजाना अपने एक सहयोगी के साथ हारकीपोरा, पुलवामा में मारा गया. यह पुलिस और सुरक्षा बलों की एक बड़ी कामयाबी है."

दुजाना दक्षिण कश्मीर में कई आतंकवादी कार्रवाइयों में शामिल था. उस पर 15 लाख रुपये का इनाम भी था. 27 साल का दुजाना उत्तरी पाकिस्तान का रहने वाला बताया जाता है. वह पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल था. सुरक्षा बलों को कई सालों से उसकी तलाश थी. वह कम से कम पांच बार पुलिस की घेरेबंदी से भागने में कामयाब रहा. अबू दुजाना को "काफी चालाक और वेश बदलने में माहिर" बताया जाता है.  

चश्मीदीदों का कहना है कि जिन दो घरों में आतंकवादी छिपे थे उनमें सुरक्षाबलों ने आग लगा दी जबकि दूसरे घर को भारी विस्फोटकों से उड़ा दिया गया. पहचान जाहिर ना करने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुजाना के सहयोगी की पहचान एक स्थानीय किशोर विद्रोही के रूप में हुई है. उनके शव इतनी बुरी तरह से जल गये हैं कि "उन्हें पहचाना नहीं जा सकता."

पत्थर फेंकते गुस्साये लोग सड़कों पर निकल आये और "भारत वापस जाओ, हम आजादी चाहते हैं" जैसे नारे लगाने लगे. चश्मदीदों का कहना है कि पूरे दक्षिणी कश्मीर में विरोद प्रदर्शन शुरू हो गये हैं.

कश्मीर में बीते एक साल से विरोध प्रदर्शनों की आंधी चल रही है. एक साल पहले हिज्बुल के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत हुई थी तब से अब तक विरोध प्रदर्शनों में 90 लोगों की मौत हुई है. भारत सरकार इलाके में स्थिति को सामान्य करने की कोशिश में है. राज्य में बीजेपी और पीडीपी की गठबंधन सरकार है.

लश्कर ए तैयबा दक्षिण एशिया में सक्रिय प्रमुख आतंकवादी संगठनों में एक है. इस पर भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, यूरोपीय संघ और पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से प्रतिबंध लगाया है. इसका मुख्यालय पाकिस्तान में लाहौर के पास मुदरिके में बताया जाता है. भारत की संसद और मुंबई हमलों में प्रमुख रूप से इसी संगठन का नाम लिया जाता है. इसके अलावा इस संगठन पर पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में आतंकवादियों के लिये कई ट्रेनिंग कैंप चलाने के भी आरोप हैं.

एनआर/ओएसजे (एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)