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सुरक्षा चूक से हुआ वाराणसी धमाकाः चिदंबरम

८ दिसम्बर २०१०

भारत में केंद्र सरकार का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा में कोताही बरती, जिसकी वजह से वाराणसी में बम धमाका हुआ. मंगलवार को हुए विस्फोट में दो साल की एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हुए.

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चूक हुईः चिदंबरमतस्वीर: UNI

इंडियन मुजाहिदीन नाम की चरमपंथी संस्था ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. चिदंबरम ने कहा कि सुरक्षा देने की पहली जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है और उत्तर प्रदेश सरकार को ऐसे किसी विस्फोट की चेतावनी दी जा चुकी थी, लेकिन उसने इसे नजरअंदाज किया.

मौके पर पहुंच कर घायलों से मिलने और स्थिति का मुआयना करने के बाद गृहमंत्री ने पुलिस को भी सुरक्षा में ढील का जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, "पुलिस ने कुछ व्यवस्था तो की लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ. दुर्भाग्य की बात है कि एक पलाटून के मौजूद रहने के बाद भी कोई विस्फोटक फिट करने में कामयाब हो गया. मुझे लगता है कि पुलिस के लिए सबक सीखने का दिन है. किसी भी दिन वे आराम नहीं कर सकते हैं."

स्थानीय लोगों का कहना है कि छह विदेशी पर्यटकों सहित 22 लोग अभी भी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. वाराणसी में हमलों के बाद भारत के प्रमुख शहर दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और हैदराबाद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

इस बीच, वाराणसी के एसपी विजय भूषण का कहना है कि फॉरेंसिक टीम ने मौके की जांच शुरू कर दी है. इस हमले के तार मुंबई से जुड़ रहे हैं. बम विस्फोट की जगह के आस पास लगे सीसीटीवी के फुटेज भी देखे जा रहे हैं.

वाराणसी में इससे पहले 2006 में बड़ा बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई थी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः महेश झा