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सेक्स और हिंसाग्रस्त कान

२४ मई २०१३

कान फिल्म समारोह की फिल्मों के अति हिंसा और उत्तेजनात्मक यौन दृश्यों से लथपथ दृश्यों ने या तो दर्शकों को हिला कर रख दिया है या फिर उन्हें हैरान कर दिया है. फिल्मकारों की कल्पना सारी सीमाएं लांघ गई है.

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तस्वीर: imago stock&people

फ्रांसीसी शहर कान फिल्म समारोह में दिखाई जाने वाली सबसे हिंसक फिल्म निकोलस विंडिंग रेफ्न की क्राइम थ्रिलर ओनली गॉड फरगिव्स है. बैंकॉक के अंडरवर्ल्ड पर बनी फिल्म में रेयान गोसलिंग ड्रग्स स्मगलर की भूमिका में हैं और खून के प्यासे अपने परिवार के पापों के प्रायश्चित की कोशिश में हैं. उन्हें मुक्ति तब मिलती है जब पुलिस तलवार से उनके हाथ काट देती है. लेकिन क्या कान की जूरी रेफ्न को इसी फिल्म के एक और रोंगटे खड़े करने वाले दृश्य के लिए माफ कर पाएगी, जिसमें पुलिस एक गैंगस्टर को धीरे धीरे कुर्सी पर फांसी देते हुए उसकी आंखें निकाल लेता है.

प्रेस स्क्रीनिंग के दौरान इस फिल्म की हिंसा की काफी आलोचना हुई हालांकि कुछ आलोचकों ने इसकी तारीफ भी की. वहीं निर्देशक रेफ्न ने इसका बचाव करते हुए कहा, 'कला हिंसा की ही क्रिया है.' हालांकि उन्होंने यह भी माना कि उनका तरीका 'थोड़ा पोर्नोग्राफिक' था.

वहीं दूसरी फिल्मों में सामाजिक स्थिति के कारण हिंसा दिखाई गई है. चीनी निर्देशक झांग रे जिया की फिल्म ए टच ऑफ सिन में लोग हिंसा का सहारा इसलिए लेते हैं कि भ्रष्टाचार और अपमान के दौर में आत्मसम्मान बचा सकें. 

यह फिल्म चार घटनाओं पर बनाई गई है. इसकी चर्चा चीनी मीडिया में भी हो चुकी है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे गरीबों को ऐसी स्थिति में धकेला जाता है कि वह आक्रामक होने को मजबूर हो जाते हैं. आलोचकों ने इसे सही ठहराते हुए कहा कि ये चीन में अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ने वाले अंतर को दिखाती है और इसी कारण हिंसा को आग मिलती है. ऐसी ही कहानी वाली मेक्सिकी फिल्म हेली में अति हिंसा की आलोचना की गई है. इस फिल्म में इतने लंबे टॉर्चर सीन हैं कि कई दर्शकों ने अपनी आंखें ही बंद कर लीं. फिल्म के निर्देशक अमात एस्केलांते का कहना है कि सच्चाई इससे भी बुरी है.

वहीं कई फिल्मों में यौन दृश्यों की भरमार है. इनमें से अधिकतर फ्रांसीसी फिल्में हैं. आब्देल लतीफ केचीचे की ब्लू इज द वॉर्मेस्ट कलर में 15 साल की एक लड़की की कहानी है जो खुद को नीले बालों वाली एक बड़ी लड़की की बाहों में पाती है. इस फिल्म में अंतरंग संबंधों के काफी विस्तृत दृश्य हैं लेकिन यह फिल्म दो प्रेमियों के बीच के रिश्ते को बहुत प्राकृतिक तरीके से प्रस्तुत करती है. वहीं फ्रांसुआ ओजोन एक मध्यवर्ग की किशोरी की कहानी दिखाते हैं जो खुद को ढूंढने के लिए सेक्स वर्कर का काम करती है. हालांकि इसके दृश्यों को सतही का दर्जा दिया गया.

एएम/एजेए (डीपीए)

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