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सेना के विशेषाधिकार पर छिड़ा दंगल

७ अप्रैल २०१५

जम्मू-कश्मीर में सोमवार को आतंकियों ने तीन हमले किए तो सेना के विशेष अधिकारों वाले कानून पर राज्य सरकार और विपक्ष के बीच बहस छिड़ी है. सत्ताधारी गठबंधन के बीच भी इस मुद्दे पर गंभीर मतभेद सामने आए हैं.

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Mufti Mohammed Sayeed
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Singh

कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों के बीच जम्मू कश्मीर सरकार ने विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस के एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि सरकार उन इलाकों में क्रमिक रूप से सेना के विशेषाधिकार वाले कानून को हटाने की दिशा में काम करेगी, जो कुछ समय से उग्रपंथ से मुक्त रहा है. यह बात नेशनल कांफ्रेंस के विधायक देवेंद्र राणा के सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कही.

कांग्रेस पार्टी ने सईद के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री का एकतरफा बयान पीडीपी और बीजेपी की गठबंधन सरकार में गहरे मतभेदों की ओर इशारा करता है. इससे पहले एक उग्रपंथी नेता को रिहा किए जाने पर भी मुफ्ती मोहम्मद सईद की पीडीपी और बीजेपी के बीच विवाद हो गया था. बीजेपी का कहना था कि रिहाई के बारे में उसे कुछ पता नहीं था. प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर संसद में बयान देना पड़ा था.

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्लाह ने ट्वीट कर बीजेपी और पीडीपी के विरोधाभासी बयानों की ओर ध्यान दिलाया है.

इस बीच मुख्यमंत्री सईद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें राज्य की स्थिति से अवगत कराया है. मुख्यमंत्री बनने के बाद सईद की प्रधानमंत्री से यह पहली औपचारिक मुलाकात है. यूरोप दौरे पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहते हैं और उसमें पीडीपी को भी जगह मिलने की संभावना है. सईद ने गृहमंत्री राजनाथ से मुलाकात की और राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति तथा आतंकी हमलों में पुलिसकर्मियों की हत्या के बारे में बताया. नई दिल्ली के इस दौरे पर मुख्यमंत्री कुछ अन्य केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे और प्रांत में विकास कार्य के बारे में चर्चा करेंगे.

कश्मीर घाटी में एक आतंकी हमला पुलवामा जिले के त्राल में हुआ जिसमें एक नागरिक गंभीर तौर पर घायल हुआ है. जबकि दक्षिणी कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर तीन पुलिसकर्मियों को मार डाला. पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस समय आतंकियों ने हमला किया उस समय मारे गए पुलिसकर्मी निहत्थे थे और एक अपराध की जांच के लिए गांव गए हुए थे.

इससे पहले आतंकवादियों ने बारामूला जिले के पत्तन इलाके में एक पुलिस अधिकारी को गोली मार दी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिस्तौल से लैस दो आतंकवादियों ने एक बस में सब-इंस्पेक्टर गुलाम मुस्तफा को उस समय गोली मार दी जिस समय वह पत्तन की ओर जा रहे थे. हमले के बाद बस चालक वाहन लेकर एक स्थानीय पुलिस चौकी पर पहुंच गया, जहां से पुलिसकर्मियों ने घायल जवान को हॉस्पिटल में भर्ती कराया.

एमजे/आईबी (पीटीआई, वार्ता)