स्पॉट फिक्सिंग केस का अहम दिन
७ जनवरी २०११कतर के फिनान्शियल सेंटर में चल रही सुनवाई में हिस्सा लेने पाकिस्तान के तीनों खिलाड़ी संयुक्त अरब अमीरात में कतर पहुंच गए हैं. वैसे तो मुकदमा छह दिनों तक चलने की बात है लेकिन जानकारों का कहना है कि फैसला पहले ही आ सकता है.
गुरुवार को मुकदमे की शुरुआत के वक्त सबसे पहले मोहम्मद आमेर पहुंचे. उन्होंने टी शर्ट के ऊपर कोट पहन रखा था. इसके बाद मोहम्मद आसिफ भी लगभग ऐसी ही पोशाक के साथ इमारत में दाखिल हुए. सलमान बट सबसे बाद में मुकदमा शुरू होने से ठीक पहले पहुंचे. इन्होंने मीडिया से कोई बात नहीं की.
इंग्लैंड दौरे में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप झेल रहे तीनों खिलाड़ियों को आईसीसी ने सस्पेंड कर दिया है और भ्रष्टाचार निरोधक शाखा उनसे पूछताछ कर रही है. तीन सदस्यों की सुनवाई पैनल में इंग्लैंड के वकील माइकल बेलॉफ, दक्षिण अफ्रीका के आल्बी साख्स और केन्या के शरद राव शामिल हैं.
राव ने कहा कि इस सुनवाई से क्रिकेट के भविष्य पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने कहा, "क्रिकेट का भविष्य अच्छा है क्योंकि मैं समझता हूं कि उसी के लिए हम यहां जमा हुए हैं."
सुनवाई के दौरान सबसे पहले आईसीसी के वकील से आरोप सुने जाएंगे और फिर तीनों आरोपी खिलाड़ियों से उनकी दलील सुनी जाएगी. तीनों खिलाड़ियों ने अपने लिए दिग्गज वकीलों का इंतजाम किया है. आसिफ की पैरवी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के भाई अलेन कैमरन कर रहे हैं, जबकि सलमान बट ने ब्रिटिश वकील यासीन पटेल को रखा है और 18 साल के मोहम्मद आमेर ने पाकिस्तान के सबसे बड़े वकीलों में गिने जाने वाले शाहिद करीम को रखा है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बताया कि कप्तान शाहिद अफरीदी और कोच वकार यूनुस को भी आईसीसी ने समन किया है और उनके बयान दर्ज किए जाएंगे. हो सकता है कि वे वीडियो लिंक से अपने बयान दर्ज करें क्योंकि पाकिस्तान टीम इस वक्त न्यूजीलैंड दौरे पर है.
ब्रिटेन के एक अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए दावा किया कि पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमेर ने तय वक्त पर नो बॉल फेंके और इसके बदले में उन्हें भारी भरकम रकम दी गई. उन्हें पहले टीम से हटाया गया और आईसीसी ने बाद में उन्हें सस्पेंड कर दिया.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः वी कुमार