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हड़ताल से एयर इंडिया की कई उड़ानें रद्द

२६ मई २०१०

भारत में सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया के 20 हजार कर्मचारी हड़ताल पर गए. हड़ताल के पहले दिन करीब 50 घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ी. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि भी एयरपोर्ट पर इंतजार करते रह गए.

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तस्वीर: AP

मंगलवार का दिन एयर इंडिया के मुसाफिरों के लिए तनाव और इंतज़ार लेकर आया. देश के मुख्य शहरों में एयर इंडिया के कर्मचारी साढ़े बारह बजे दफ्तरों से बाहर निकल आए और हड़ताल शुरू कर दी. चालक दल के सदस्य और इंजीनियर भी हड़तालियों में शामिल हैं. विमानों को ग्रीन सिग्नल न मिलने और स्टाफ की कमी पड़ने से हड़ताल का असर व्यापक रहा.

हड़ताल की वजह से दिल्ली-जेद्दाह, दिल्ली-आबू धाबी, दिल्ली-दुबई और अमृतसर से लदंन जाने वाली फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ी.

घरेलू उड़ानों में कोलकाता, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर, भुवनेश्वर, रायपुर, और चेन्नई से आने जाने वाली उड़ानें प्रभावित रहीं. हड़ताल की वजह से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि को भी दो घंटे इंतज़ार करना पड़ा. एयर इंडिया ने परेशान मुसाफिरों को टिकट के पूरे पैसे, स्थानीय ट्रांसपोर्ट का किराया और होटल देने का वादा किया है.

Flugzeugabsturz in Indien Flash-Galerie
एयर इंडिया की गिरती साखतस्वीर: AP

एयर इंडिया के सीएमडी अरविंद जाधव ने कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील की है. नाराज़ कर्मचारियों के नेताओं को बुधवार को बातचीत के लिए भी बुलाया गया है. बातचीत में मुख्य श्रम आयुक्त भी हिस्सा लेंगे. एयर इंडिया की एक अधिसूचना के तहत कर्मचारी नेता अपनी मांगों को सार्वजनिक मंच पर नहीं रख सकते हैं. इस अधिसूचना का भी विरोध हो रहा है. हड़ताल में एयर इंडिया कॉरपोरेशन इंपलॉइज यूनियन के अलावा ऑल इंडिया एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स एसोसिएशन के लोग शामिल हैं.

मैंगलोर हादसे से तनाव में आए नागरिक विमान मंत्रालय के सामने यह नई मुसीबत है. मंगलवार को नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने अरविंद जाधव से मुलाकात कर हालात भांपने की कोशिश की. एयर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अगर हड़ताल जारी रही तो कुछ प्रमुख फ्लाइट्स को चालू रखने के लिए दूसरे इंतजाम किए जाएंगे.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़