फूट फूट कर रोए पिस्टोरियस
१२ सितम्बर २०१४न्यायाधीश ने कहा कि अभियोक्ता साबित नहीं कर पाए कि ओलंपिक और पैराओलंपिक स्टार अपनी गर्लफ्रेंड या फिर घर में घुसे कल्पित व्यक्ति को मारने का इरादा रखते थे. जज थोकोसिले मासिपा ने कहा कि इस मामले में बहुत ही बुरे और अस्पष्ट गवाह थे. जज ने यह भी कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि 27 साल के पिस्टोरियस गवाहों के बयान के आधार पर दोषी हैं. मासिपा ने कहा, "प्रशासन तर्कसंगत संदेह से परे यह साबित नहीं कर सका कि आरोपी ने सुनियोजित हत्या की है. इस तरह के फैसले पर पहुंचने के लिए जरूरी सबूत नहीं हैं."
इसके बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने रीवा स्टीनकैंप को घर में घुसने वाला कोई व्यक्ति समझा, जो टॉयलेट में जा कर छिप गया. उन्होंने पिस्टोरियस पर लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "वे यह नहीं समझ पाए कि वे दरवाजे के पीछे छिपे किसी व्यक्ति या पीड़िता को मार देंगे क्योंकि वे यह सोच रहे थे कि उनकी प्रेमिका बेडरूम में सो रही है."
भले ही पिस्टोरियस हत्या के आरोपों से बरी हो गए हों, लेकिन फैसले के दौरान वे फूट फूट कर रो रहे थे. हालांकि गुरुवार को जज ने मानवहत्या के आरोप पर फैसला नहीं सुनाया. उन्होंने लंच के बाद यह जरूर कहा कि आरोपी ने बहुत ज्यादा बल का इस्तेमाल किया और यह जानते हुए भी कि टॉयलेट छोटा है, दरवाजे के पीछे एक व्यक्ति छिपा है और उनके हाथ में जानलेवा हथियार है, उन्होंने गोली चलाई.
रिपोर्टः आभा मोंढे (रॉयटर्स, डीपीए)
संपादनः ईशा भाटिया