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कारोबार, रोजगार, मेक इन इंडिया

७ अप्रैल २०१५

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ से 16 अप्रैल तक फ्रांस, जर्मनी और कनाडा की यात्रा करेंगे. इस दौरे पर उनका मुख्य जोर कारोबार बढ़ाने और रोजगार पैदा करने के लिए मेक इन इंडिया के लिए सहयोगी जुटाने पर होगा.

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तस्वीर: UNI

यूरोप और कनाडा के अपने दौरे पर भारतीय प्रधानमंत्री ऊर्जा सुरक्षा एवं 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम में इन देशों की भागीदारी तथा इन देशों में भारतीय निर्यात को बढ़ाने पर जोर देंगे जिससे भारत में रोजगार के अवसर बढ़ सकें. प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की यूरोप और कनाडा की यह पहली यात्रा होगी. प्रधानमंत्री ने अपनी इस यात्रा के बारे में कहा है कि उनकी यात्रा भारत के आर्थिक एजेंडे का समर्थन करने और युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर केंद्रित है.

प्रधानमंत्री 12 तारीख को जर्मनी के हनोवर शहर पहुंचेंगे जहां हनोवर के मेयर और जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल से उनकी मुलाकात होगी. रात में प्रधानमंत्री के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा. अगले दिन 13 अप्रैल को वह जर्मन चांसलर के साथ हनोवर औद्योगिक मेले का उद्घाटन करेंगे और मेले के कुछ मंडपों का दौरा करेंगे. इस महोत्सव में भारत साझीदार देश के रूप में भाग ले रहा है. इससे पहले 2006 में भी भारत इस महोत्सव में साझीदार रह चुका है.

इसके बाद श्री मोदी बर्लिन जाएंगे जहां उनकी जर्मन चांसलर के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी. शाम को वह पांच सौ प्रवासी भारतीयों के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे और व्यापार एवं उद्योग जगत के लोगों से मुलाकात करेंगे. जर्मनी भारी इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल्स क्षेत्र की अग्रणी शक्ति है. भारत को मेक इन इंडिया अभियान में जर्मन उद्योग का साथ मिलने की उम्मीद है.

इससे पहले नरेंद्र मोदी नौ अप्रैल को फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचेंगे. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसोआ ओलांद एवं अन्य नेताओं के साथ उनकी बैठक में रक्षा सौदों पर चर्चा होगी. खासकर 126 मल्टीरोल मीडियम रेंज कॉम्बेट एयरक्राफ्ट राफेल के लंबित सौदे तथा परमाणु सहयोग के मसले पर भी बातचीत होने की संभावना है. फ्रांस में तीन दिनों के दौरान वह फ्रेंच सोसायटी के भिन्‍न-भिन्‍न वर्गों के लोगों से मुलाकात करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी तूलूज स्थित विमान विनिर्माण कंपनी एयरबस के कारखाने को भी देखने जाएंगे. एयरबस ने भारत में विमान विनिर्माण क्षेत्र में निवेश के संकेत दिए हैं. उन्होंने फ्रांस की यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि पेरिस में भारत- फ्रांस आर्थिक सहयोग को मजबूत बनाने पर चर्चा होगी. उन्होंने यह भी कहा कि वह पेरिस के बाहर कुछ हाई-टेक औद्योगिक इकाइयों का दौरा भी करेंगे. भारत एवं फ्रांस रक्षा के अलावा अंतरिक्ष, रेलवे एवं परमाणु क्षेत्र में भी मिलकर काम कर रहे हैं और इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के इच्छुक हैं.

एमजे/आईबी (वार्ता)