1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

"हमें गलतफहमियां दूर करनी हैं"

३० अक्टूबर २०१०

चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ से मुलाकात के एक दिन बाद स्वदेश लौटते वक्त प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि दोनों देश सीमा विवाद का व्यवहारिक और दोनों देशों के लिए संतोषजनक हल खोजने पर राजी हो गए हैं.

https://p.dw.com/p/Pudf
तस्वीर: AP

मनमोहन सिंह तीन देशों की यात्रा के बाद शनिवार को भारत लौट गए. रास्ते में पत्रकारों से उन्होंने कहा कि भारत और चीन गलतफहमियां दूर कर अपने संबंधों को और मजबूत करना चाहते हैं.

आसियान सम्मेलन के दौरान हनोई में शुक्रवार को दोनों देशों के नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में सिंह ने वेन के साथ सभी मुद्दों पर सामान्य बातचीत की. दोनों देश इस नतीजे पर पहुंचे कि एक दूसरे को काटे बिना ही दोनों मुल्कों की तरक्की के लिए बहुत गुंजाइश है इसलिए एक दूसरे का सहयोग किया जाना चाहिए.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बताया, "सीमा विवाद की जटिलता को समझते हुए दोनों मुल्क इस बात पर सहमत हुए हैं कि समस्या का हल निकलने तक सीमा पर शांति और धीरज बनाए रखना होगा."

इस बैठक में यह भी फैसला हुआ कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और चीन के प्रमुख अधिकारी दाई बिंगुओ अगले महीने बीजिंग में मिलेंगे. दोनों देश के प्रधानमंत्रियों ने अपने अधिकारियों से कहा है कि वे मुश्किल मुद्दों को हल करने के लिए काम करें.

मनमोहन सिंह ने बताया, "जो भी प्रधानमंत्री वेन ने कहा, उससे मैं सहमत हूं. भारत और चीन के संबंधों को मजबूत किया जाना चाहिए. जो भी गलतफहमियां हैं उन्हें दूर किया जाना चाहिए." उन्होंने वेन जियाबाओ को भारत यात्रा का निमंत्रण भी दिया. वेन दिसंबर के मध्य में भारत की यात्रा कर सकते हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उभ

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें