1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

हार से लड़ते लक्ष्मण

५ अक्टूबर २०१०

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में मेहमान टीम और जीत के बीच लक्ष्मण नाम की चट्टान खड़ी हो गई है. भारत की ताकतवर बल्लेबाजी को तार तार कर देने वाले ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज लक्ष्मण रेखा पार करने का नुस्खा खोज रहे हैं.

https://p.dw.com/p/PVV4
लक्ष्मण की साहसी पारीतस्वीर: AP

वीवीएस लक्ष्मण मोहाली के मैदान पर एक तरफ डटे हुए हैं और उन्होंने दूसरी पारी में जबरदस्त संघर्ष के साथ अर्धशतक पूरा किया है. ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज उन पर लगाम कसने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन अभी तक उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली है.

जीत के लिए 216 रन के मामूली लक्ष्य के सामने भारतीय बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह ढह गए और चौथे दिन का खेल खत्म होने तक ही ऊपर के चार बल्लेबाज पैविलियन लौट चुके थे और पांचवें दिन बाकी के बल्लेबाजों ने भी यह काम करने में ज्यादा वक्त नहीं लगाया.

सबसे पहले नाइट वॉचमैन जहीर खान की बारी आई. भारत का स्कोर जब 76 रन बना, तब जहीर 10 रन बना कर आउट हो गए. उसके बाद सचिन तेंदुलकर और कप्तान धोनी ने मिल कर पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन 119 के कुल योग पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बल्ले ने जवाब दे दिया और वह बोलिंगर की गेंद पर हसी को कैच थमा बैठे. पहली पारी में 98 रन बनाने वाले सचिन ने दूसरी पारी में 38 रन का योगदान दिया.

इसके बाद कप्तान धोनी और फिरकी मास्टर भज्जी ने झटपट विकेट दे दिए. भारत का स्कोर आठ विकेट के नुकसान पर 124 रन हो चुका था. हालांकि इसके बाद से इशांत शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण ने पारी को संभाला.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का यह पहला टेस्ट है. मैच के पांचवें और आखिरी दिन का खेल चल रहा है और नतीजा निकलना लाजिमी दिख रहा है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी