1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भूलने से पहुंचेगा देश को नुकसान: मोदी

१० सितम्बर २०१५

विश्व हिन्दी सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने हिन्दी को बढ़ावा देने और समृद्ध बनाने के पुख्ता प्रयास किए जाने पर जोर दिया. उन्होंने अंग्रेजी और चीनी के अलावा हिन्दी को आने वाले समय की सबसे प्रभावशाली डिजिटल भाषा बताया.

https://p.dw.com/p/1GUMR
तस्वीर: UNI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में विश्व हिन्दी सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "अगर हम हिन्दी भूल जाएंगे तो इससे देश का नुकसान होगा."

भाषा के जानकार यह चेतावनी दे चुके हैं कि दुनिया की कुल करीब 6,000 भाषाओं में से 90 फीसदी पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है.

मोदी ने केवल हिन्दी ही नहीं, बल्कि अन्य तेजी से लुप्त हो रही भाषाओं को बचाने की भी बात कही.

भोपाल में आयोजित 10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वे दुनिया भर के देशों में हिन्दी का प्रभाव बढ़ते हुए देख रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने भाषा के प्रसार में हिन्दी फिल्मों की भूमिका की भी प्रशंसा की.

वहीं ट्विटर पर भी यह सम्मेलन छाया रहा. कई लोगों ने हिन्दी सम्मेलन को हिंदू धर्म से जोड़ा, तो कइयों ने इसे बचाने के प्रयास को सराहनीय बताया.

मोदी ने तेजी से डिजिटल होती जा रही दुनिया में अंग्रेजी, चीनी और हिन्दी, इन तीन भाषाओं की अहम भूमिका बताई. उन्होंने कहा कि कंपनियों को जल्दी ही हिन्दी भाषा के बाजार के लिए खास ऐप विकसित करने चाहिए.

आरआर/आईबी (पीटीआई)