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होटलों में कैसी कैसी फरमाइशें करते हैं लोग

१६ मई २०१४

घूमने फिरने जाने वालों को अक्सर अपने होटल से कई शिकायतें रहती हैं. लेकिन कभी सोचा है कि उन्हें होटल से इस तरह की शिकायतें भी हो सकती हैं कि वेटर बहुत ज्यादा ही हैंडसम था या चादर बहुत ज्यादा सफेद थी?

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तस्वीर: ackselhaus

कुत्ते को आराम नहीं मिला, गर्लफ्रेंड के खर्राटों ने सोने नहीं दिया या फिर समुद्र बहुत ज्यादा नीला है. हाल में एक सर्वे पर आधारित रिपोर्ट के अनुसार होटलों में ठहरने वाले लोग इस तरह की कई अजीबोगरीब शिकायतें और फरमाइशें करते हैं.

यात्रा से संबंधित सर्च इंजन स्कायस्कैनर ने करीब 400 अंतरराष्ट्रीय होटल कर्मचारियों से बातचीत के आधार पर इस तरह की कुछ प्रमुख शिकायतों की लिस्ट तैयार की है. उन्होंने बताया कि कई बार ग्राहक उनसे गैरजरूरी मांग या शिकायतें करते हैं जिनका कोई सिर पैर नहीं होता.

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एक शिकायत तो इस हद तक चली गई कि आइसक्रीम बहुत ठंडी है. कुछ लोगों की शिकायत यह भी होती है कि बाथरूम बहुत ज्यादा बड़ा है. एक होटल कर्मचारी ने बताया कि उनके होटल में आए एक ग्राहक ने उनसे डिस्काउंट मांगा. इसकी वजह यह बताई कि गर्लफ्रेंड के तेज खर्राटों की वजह से वह चैन से सो नहीं पाया. इसी तरह एक अन्य ग्राहक ने यह कह कर दाम में रियायत मांगी कि उसके कुत्ते को होटल में बढ़िया आराम नहीं मिला.

होटलों के कर्मचारियों के अनुसार कई बार लोग खाने के मेनु में बड़ी अजीब चीजों की मांग करते हैं. एक ग्राहक ने मरे हुए चूहे की मांग की, तो अन्य ने मगरमच्छ के सूप की. किसी एक ने दिन में पंद्रह खीरों की मांग की तो दूसरे ने कहा कि उसे शहद के पानी में नहाना है. एक मेहमान तो इस बात पर नाराज हो गए कि दूल्हे की मां को हनीमून वाला कमरा क्यों नहीं दिया गया.

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मांगें सिर्फ इतनी ही नहीं, लिस्ट काफी लंबी है, जैसे एक व्यक्ति के लिए सोलह तकिये, खाने में सिर्फ मुर्गे की दाईं टांग या फिर टॉयलेट में इस्तेमाल होने वाला पानी सिर्फ मिनरल वॉटर होना चाहिए.

एसएफ/एमजे (एएफपी)