चिड़ियों पर 21वीं सदी की नजर
४ जुलाई २०१६चेक गणराज्य का एक परिवार अपने मेहमानों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए उनके लिए बनाए गए घरों में एक खूफिया रिकॉर्डिंग सिस्टम लगा रहा है. इस तरह की जासूसी करना अपराध नहीं है क्योंकि उनके ये मेहमान इंसान नहीं है बल्कि चिड़िया हैं जो उनकी ओर से बनाए गए घोंसलों में कुछ समय के लिए रहने आती हैं.
मिलन स्टोविसेक शौकिया तौर पर पक्षी विज्ञानी हैं. उनका कहना है, ''मुझे लगता है कि जब चिड़िया खिड़की के रास्ते घोंसलों में दाखिल होंगी तो उन्हें देखना बड़ा मजेदार होगा.'' स्टोविसेक ने चिड़िया के लिए एक डिवाइस लगा घोंसला अपने घर में लगाया है जिसे स्मार्ट बर्ड बॉक्स कहते हैं. यह चेक गणराज्य के पक्षी विशेषज्ञों की ओर से बनाया गया एक हाईटेक घोंसला है जिससे कि शोधकर्ता लुप्तप्राय पक्षियों की गतिविधियों और जानकारियों पर विस्तार से नजर रख सकें. वैज्ञानिक मार्केटा जेरीबनिचका इस खास घोंसले के बारे में बताती हैं, ''इसमें एक या दो कैमरा लगे होते हैं, एक कंप्यूटर, एक भीतर और बाहर के तापमान को माप सकेन वाला सेंसर, एक प्रकाश को मापने वाला सेंसर और एक माइक्रोफोन लगा होता है. यह सारा सिस्टम एक 'ऑप्टिकल गेट' के जरिए चालू होता है जो कि घोंसले के दरवाजे पर लगा होता है.''
प्राग की चेक यूनिवर्सिटी ऑफ लाइफ साइंसेज की टीम इन स्मार्ट बर्ड बॉक्स को जर्मनी की सीमा से लगे जंगलों में लगा रही है. इसका मकसद लुप्तप्राय टेंग्माल्म उल्लुओं का अध्ययन करना है. इस तकनीक को बनाने वाले आईटी डिजाइनर पावेल ज्यूनेक कहते हैं कि यह बॉक्स एकदम अलग है, ''आप बस घोंसले में बनाए हरे चिन्ह पर क्लिक करें और आप सीधे ऑनलाइन लाइव देख पाएंगे कि घोंसले में क्या चल रहा है. दूसरे घोंसलों में आप पुरानी फाइलें देखते हैं जो कि रोजाना रिकॉर्ड की जाती हैं. तो जब भी कुछ भी होता है तो एक छोटा सा वीडियो रिकॉर्ड हो जाता है और फाइल सर्वर में रिकॉर्ड हो जाती है.'' शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि घोंसले के भीतर उनकी नजर नई पीढ़ी की चिड़ियों पर नजर रखने की रूचियों को बढ़ाएगी.
आरजे/वीके (रॉयटर्स)