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3जी के बाद अब भारत में 4जी की तैयारी

२० जून २०१०

3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 1.06 लाख करोड़ की कमाई करने के बाद अब भारत सरकार ने 4जी संचार प्रणाली लाने की तैयारी शुरू कर दी है. टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ने इसके बारे में निजी कंपनियों की राय मांगी है.

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तस्वीर: AP

निजी कंपनियों और दूसरे लोगों की राय मिलने के साथ ही संचार प्रणाली की इस अगली पीढ़ी को भारत में पेश करने की तैयारी तेज हो जाएगी. चौथी पीढ़ी के इस संचार तंत्र को अल्ट्रा ब्रॉडबैंड के नाम से भी जाना जाता है. इसमें इंटरनेट बिजली की गति से चलता है. डाउनलोड की स्पीड और तेज होगी. साथ ही उच्च कोटि की वीडियो क्वालिटी यानी हाई डेफिनिशन विडियो जब चाहें तब मिल सकेगा. नॉर्वे, स्वीडन, अमेरिका और जमैका समेत कई देशों में 4जी स्पैक्ट्रम सेवा चल रही है.

हाल ही में 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में निजी कंपनियों ने जिस तरह से उत्साह दिखाया उससे सरकार के हौसले बुलंद हैं. सरकार को पूरा भरोसा कि 4जी को भी निजी कंपनियां इसी तरह हाथोंहाथ ले लेंगी.

केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए राजा ने इन खबरों की पुष्टि की है. राजा ने पत्रकारों को जानकारी दी कि कोयंबटूर में वर्ल्ड तमिल कांफ्रेंस के लिए जबर्दस्त संचार सुविधा एक नमूने के तौर पर मुहैया कराई गई है. इसके लिए बीएसएनएल ने 130 बीटीएस टावर खड़े किए और 20 मोबाइल वैन लगाए हैं. एयरटेल और एयरसेल जैसी निजी कंपनियों ने भी अपने टावर खड़े किए हैं. कांफ्रेंस के लिए संचार में किसी तरह की बाधा न पहुंचे इसके लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः ओ सिंह