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5 नहीं 50 साल के लिए चाहिए टाटा को अध्यक्ष

९ अप्रैल २०११

भारत के औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप इस बात को लेकर फिक्रमंद है कि अगले साल उसके अध्यक्ष रतन टाटा पद छोड़ रहे हैं. हालांकि उनकी जगह लेने वाले पर ग्रुप की बड़ी उम्मीदें हैं.

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रतन टाटातस्वीर: UNI

टाटा ग्रुप ने उम्मीद जताई है कि रतन टाटा की कुर्सी संभालने वाला व्यक्ति कम से कम 40-50 साल के लिए काम संभाल लेगा या लेगी. रतन टाटा के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए एक पैनल का गठन किया गया है. अगले साल मार्च तक उत्तराधिकारी का एलान हो जाने का अनुमान है.

पांच साल के लिए नहीं

71 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति की मालिक टाटा कंपनी के चेयरमैन का करियर तीन चार दशक लंबा होगा. टाटा सन्स के निदेशक आर गोपालाकृष्णन ने बताया कि कंपनी नहीं चाहती कि उसे पांच साल जैसे छोटे समय में ही दोबारा अध्यक्ष बदलना पड़े. उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि हमारा नेतृत्व पांच साल के लिए नहीं बल्कि 30-40 साल के लिए होगा. हम ऐसा आदमी नहीं चाहते जो पांच साल के लिए आए, शेयर्स में हिस्सेदारी ले और बहामास को चला जाए."

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टाटा की मशहूर कार नैनोतस्वीर: UNI

चिंता तो है

टाटा ग्रुप के 140 साल के इतिहास में रतन टाटा पांचवें अध्यक्ष हैं. गोपालाकृष्णन के मुताबिक यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है. उन्होंने माना कि रतन टाटा की रिटायरमेंट चिंता की बात है.

रतन टाटा का उत्तराधिकारी चुनने का काम एक चयन समिति को सौंपा गया है. इस समिति में कई बड़े नाम शामिल हैं. दो दिन पहले टाटा सन्स के एक और निदेशक आरके कृष्णा कुमार ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि चयन समिति इस नतीजे पर पहुंची है कि वह अध्यक्ष के लिए कोई उत्तराधिकारी नहीं चुन सकती.

गोपालाकृष्णन ने जोर देकर कहा कि रतन टाटा कंपनी के लिए बेशकीमती हैं और कंपनी इस बात की कोशिश कर रही है कि उनके जाने का कम से कम असर हो.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ईशा भाटिया

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