मांओं को बताना होगा, बच्चे का बाप कौन है
३० अगस्त २०१६जर्मन कानून मंत्री हाइको मास ऐसा कानून बनाने जा रहे हैं जो महिलाओं को बच्चे पर विवाद की स्थिति में यह बताने को मजबूर करेगा कि बच्चे के गर्भ के समय उसने किस किस के साथ सेक्स किया था. कानूनी पिता द्वारा पूछे जाने पर मांओं को बायोलॉजिकल पिता के बारे में जानकारी देनी होगी. एक शर्त यह होगी कि यह जानकारी बच्चे का पोषण भत्ता तय करने के लिए जरूरी है.
इसके कुछ अपवाद भी होंगे. मसलन यदि सेक्स पार्टनर का नाम बताने के गंभीर कारण होंगे तो मांओं को नाम नहीं बताने का कानूनी अधिकार होगा. ऐसा तब होगा जब अदालत इस नतीजे पर पहुंचे कि मांओं के लिए नाम बताना असह्य है.
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नए कानून का मकसद पिताओं के अधिकारों की रक्षा है. इसके अलावा सामाजिक और जैविक पिता के विवाद में कानूनी सुरक्षा भी आएगी. अब सामाजिक पिता असलियत पता लगने पर जैविक पिता से दो साल तक का पोषण भत्ता वापस मांग सकेगा.
नया कानून बनाने की जरूरत इसलिए आई है कि संवैधानिक अदालत ने फरवरी 2015 में एक फैसले में कहा था कि सामाजिक पिता के दावे के नियमन के लिए एक कानून जरूरी है. जर्मनी में कितने बच्चे हैं जो सामाजिक पिता की संतान नहीं है, पता नहीं है. लेकिन यह बात इतनी आम है कि उसके वजह से उन्हें स्थानीय शब्दावली में कुकुक्सकिंड यानि कि कोयल का बच्चा कहा जाता है. कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार 10 प्रतिशत तक बच्चे अपने सामाजिक पिता के संतान नहीं हैं.
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कुकुक्सकिंड का सबसे विख्यात मामला जर्मनी के दूसरे सबसे बड़े ड्रग स्टोर चेन रोसमन के मालिक डिर्क रोसमन का है. उन्होंने दो साल पहले इस बात का खुलासा किया कि उनका बचपन झूठ के साए में बीता है. उनके सामाजिक पिता बैर्नहार्ड रोसमन की 1958 में मौत हो गई थी. 1963 में जब वे 16 साल के थे तो उनकी मां ने बताया कि उनके असली पिता पड़ोसी थियोडोर कायजर थे. डिर्क रोसमन ने बताया कि उनका बचपन ऐसे माहौल में बीता जिसमें सच को खुलकर बोलने पर पाबंदी थी.
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