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'अच्छे नंबर लाने वाले' दलित लड़के की दो साल तक पिटाई

विवेक कुमार
१९ अक्टूबर २०१६

मुजफ्फरपुर पुलिस ने दो लड़कों को एक दलित लड़के की पिटाई के आरोप में गिरफ्तार किया है. पीड़ित लड़के का आरोप है कि उसे इसलिए पीटा गया क्योंकि उसके अच्छे नंबर आए थे. इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

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Indien Proteste gegen Benachteiligung von niedrigen Kasten
तस्वीर: Reuters/A. Dave

16 साल के इस दलित पीड़ित ने एक राष्ट्रीय टीवी चैनल के नाम लिखे पत्र में अपील की है कि हिंसा बंद हो. वीडियो में देखा जा सकता है कि क्लासरूम में इस लड़के को लात-घूंसों से पीटा जा रहा है.

पीड़ित का आरोप है कि यह कोई एक बार हुई घटना नहीं है. उसके साथ दो साल से लगातार ऐसा हो रहा था. इस घटना के बाद दलितों के खिलाफ हिंसा पर बहस और तेज हो गई है. पिछले कुछ महीनों में दलितों के खिलाफ हिंसा के कई गंभीर मामले चर्चा में रहे हैं.

पुलिस का कहना है कि मुजफ्फरपुर हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. वीडियो देखने के बाद ही पुलिस ने कार्रवाई की है. यह वीडियो एक तीसरे लड़के ने बनाई थी जबकि दो लड़के एक लड़के को पीट रहे थे. यह घटना सरकारी स्कूल में हुई.

जांच अधिकारी बब्बन बैठा ने कहा, "उस लड़के को काफी समय से यातनाएं दी जा रही थीं. वीडियो पिटाई करने वाले लड़कों ने खुद बनवाई थी. हमने यह वीडियो देखा है. आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया गया है."

पीड़ित लड़के ने समाचार चैनल एनडीटीवी को भेजे अपने पत्र में लिखा है, "मैं पिछले दो साल से अपने स्कूल में अच्छे मार्क्स लाकर दलित होने का नतीजा भुगत रहा हूं. मेरी ही क्लास में पढ़ने वाला एक छात्र और उसका भाई पिछले दो साल से मुझे प्रतिदिन प्रताड़ित करते हैं. मुझे भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं. हफ्ते में कम से कम एक बार वे मेरे चेहरे पर थूकते हैं."

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लड़के ने इस बात की शिकायत अपने अध्यापक से की तो उसे बताया गया कि आरोपियों के पिता प्रभावशाली व्यक्ति हैं इसलिए स्कूल उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकता. लड़के का आरोप है कि पुलिस के पास जाने पर उसका नाम स्कूल से काटे जाने की धमकी भी दी गई. अपने पत्र में वह लिखता है, "मैं भी चिंतित था कि मुझे प्रताड़ित करने वाले लड़कों के पिता मेरे परिवार के साथ क्या करेंगे. इसलिए मैंने चुप रहना ठीक समझा."

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है. लड़ने लिखा है कि वह वीडियो जो वायरल हुआ है और जिसकी वजह से पुलिस केस भी दर्ज हो गया है, मुझे लगता है कि वह 25 अगस्त का है. उनमें से एक ने कहा था कि मुझे मारने में उसे खुशी मिलती है इसलिए उसने एक अन्य छात्र को फोन देकर मेरे साथ मारपीट का वीडियो बनवाया.

भारत में दलितों के खिलाफ हिंसा का पूरा एक इतिहास है. पिछड़ा कहा जाने वाला यह समुदाय लगातार इस यातना से लड़ रहा है.

(एएफपी से इनपुट्स के साथ)