रेत के जादूगर
समुद्र तट पर पहुंचते ही लोगों के भीतर बचपन लौट सा आता है. वे रेत पर कुछ बनाने की कोशिश करने लगते हैं. रेत के कलाकारों का काम भी लोगों को प्रेरित कर रहा है.
रेत की मूर्तियों का फेस्टिवल
स्विट्जरलैंड के रोर्शाख में हर साल दुनिया भर के सैंड आर्टिस्ट पहुंचते हैं. रेत के ये कलाकार जबरदस्त हुनर पेश करते हैं.
रेत पर जीवन
फेसिनेशन नेचर थीम के तहत दुनिया भर के 50 कलाकारों ने रेत पर कई जीव जन्तु बनाए. इनमें कहानियों और मिथकों में पाये जाने वाले जानवर भी थे.
बेल्जियम में मॉस्को
बेल्जियम के मूर्ति मेले में 40 देशों के कलाकारों ने यह इमारत बनाई. मॉस्को का क्रेमलिन इलाका दुनिया भर में मशहूर है. रूसी राष्ट्रपति भी क्रेमलिन में रहते हैं.
पसाइडन का अवतार
2013 में मेलबर्न में हुए फेस्टिवल के दौरान मार्टिन्ज रिजेर्स और हानेके सप्ली ने ग्रीक पौराणिक कथा के इस पात्र को बालू पर उतार दिया. समंदर के किनारे समुद्र के देवता की इस मूर्ति को दुनिया भर में सराहा गया.
परमानंद की मुद्रा में बुद्ध
जापान के शिराह्मा बीच पर सफेद बालू से बुद्ध का मंदिर बनाया गया. शिराह्मा में हर साल रेत की मूर्तियों का फेस्टिवल लगता है. सफेद रेत के चलते वहां कला अलग अंदाज में सामने आती है.
विटेन में अंतरराष्ट्रीय कलाकार
डेनमार्क के कलाकार ने 2007 में जर्मनी के विटेन शहर में यह मूर्ति बनाई. इस मूर्ति ने सैंड रूअर फेस्टिवल को खासी पहचान दिलायी.
अद्भुत नमूना
ब्रिटेन के रोड बीच पर कई कलाकारों ने लंबी मेहनत के बाद एक योद्धा की विशाल मूर्ति बनाई. इसकी बारीकी मनमोहक थी.
रेत से संदेश
भारत के सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक भी आए दिन सुर्खियों में रहते हैं. 2015 में जब भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहतर होते लग रहे थे तो पटनायक ने ये संदेश दिया.