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‘मोदी को जगाने’ में जुटा भारत का सोशल मीडिया

२० सितम्बर २०१६

उड़ी हमले के बाद भारत में सरकार पर कार्रवाई करने का कितना दबाव है, ये सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया से साफ हो जाता है. बहुत से लोग प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव से पहले कही गईं उनकी बातें याद दिला रहे हैं.

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Indien New Delhi - Sitzung nach Uri Terrorangriff
तस्वीर: UNI

भारत में मंगलवार को #WakeUpModi टॉप ट्रेंड है. एक तरफ लोग उड़ी हमले में मारे गए सैनिकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं तो दूसरी तरफ गीता से लेकर मोदी की चुनाव पूर्व कही गई बातों का हवाला देते हुए उन पर कार्रवाई करने का दबाव बना रहे हैं.

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, “हमारी सुरक्षा की खातिर शहीद होने वाले सैनिकों के परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना. शांति के लिए दुआ करता हूं.”

ट्विटर हैंडल @ng_withINC से लिखा गया, “उम्मीद है कि मोदी जी पाकिस्तान को क्लीन चिट देकर हमारे शहीद हुए सैनिकों का अपमान नहीं करेंगे जैसा कि उन्होंने पठानकोट हमले के समय किया था.”

रजनीकांत देसाई ने ट्वीट किया है, “अगर पूर्ण बहुमत और समर्थन के बावजूद भी प्रधानमंत्री पाकिस्तान से हमारे देश की रक्षा नहीं कर सकते हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए.”

लेकिन पत्रकार मानक गुप्ता लिखते हैं कि भारत के लिए युद्ध के जोखिम बहुत ज्यादा है. उन्होंने ट्वीट किया, “पूरे स्तर पर लड़ाई होती है तो बदमाश-तबाह पाकिस्तान के पास गंवाने को ज्यादा कुछ नहीं है. हमारे पास बहुत कुछ ऐसा है जिसकी चिंता करनी होगी. क्या इतना कुछ जोखिम में डालना चाहिए?”

पत्रकार शिवम विज भी कुछ ऐसी ही बात करते हैं. उन्होंने ट्वीट किया, “जो लोग चाहते हैं कि मोदी युद्ध करें, वो जरा सोचें कि अगर मोदी पाकिस्तान से युद्ध हार गए तो क्या होगा?”

वहीं कई लोग इस मामले पर खूब चुटकी भी ले रहे हैं. समीर हल्दांकर ने लिखा है कि सरकार की तरफ से पत्रकार अर्णब गोस्वामी बदला लेंगे. वो पाकिस्तान के लोगों को अपने शो पर बुलाएंगे और उन्हें फटकार लगाएंगे.

बी यूसेफ नाम के एक यूजर ने #WakeUpModi के साथ ट्वीट किया, “आप ऐसे व्यक्ति को जगा नहीं सकते हैं जो सोने का बहाना कर रहा है. मोदी जी अच्छी तरह सोइए.”

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