दिल्ली में एबीवीपी के खिलाफ सड़कों पर छात्र
२८ फ़रवरी २०१७यूनिवर्सिटी की आर्ट्स फैकल्टी में हो रहे इस प्रदर्शन में दिल्ली के विभिन्न कॉलेजों और जेएनयू के छात्र और अध्यापक हिस्सा ले रहे हैं. ये लोग भाजपा से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी का विरोध कर रहे हैं, जिस पर पिछले दिनों दिल्ली के रामजस कॉलेज में हिंसा करने का आरोप है. वामपंथी पार्टी और आम आदमी पार्टी की छात्र शाखाएं भी एबीवीपी के खिलाफ मैदान में उतरी हैं. इस मौके पर जेएनयू के कन्हैया कुमार और शेहला राशिद जैसे चर्चित छात्र नेता भी पहुंचे.
एबीवीपी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा और जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. डी राजा ने कहा, "हमारे संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए यह सामूहिक लड़ाई है. हम डीयू के मुद्दे को संसद में उठाएंगे." स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने भी प्रदर्शनकारियों को संबोधित हुए कहा, "यह प्रदर्शन वामपंथ या दक्षिणपंथ को लेकर नहीं है बल्कि सही और गलत को लेकर है."
यह पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब दिल्ली के रामजस कॉलेज में पिछले दिनों जेएनयू के छात्र उमर खालिद को बोलने के लिए आमंत्रित किया गया. उमर खालिद पर पिछले साल देशद्रोह के आरोप लगे थे. एबीवीपी ने उमर को बुलाए जाने का विरोध किया और हालात हिंसक हो गए. कई लोगों को चोटें आई. इसके बाद दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्र गुरमेहर कौर का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह एबीवीपी से नहीं डरती.
गुरमेहर कौर के पिता करगिल युद्ध के दौरान मारे गए थे. गुरमेहर ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर एबीवीपी की तरफ से बलात्कार की धमकियां दी जा रही हैं. भारी विवाद के बाद उन्होंने खुद को इससे अलग कर लिया. केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि गुरमेहर को पूरी सुरक्षा दी जाएगी. इस बीच, पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग और अभिनेता रणदीप हुड्डा को गुरमेहर का मजाक उड़ाने के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ रही है.
उधर एबीवीपी ने कहा है कि उसने गुरमेहर के खिलाफ पूलिस में शिकायत दर्ज कराई है. एबीवीपी के नेता साकेत बहुगुणा का कहना है कि बाहरी लोग कैंपस में आकर हिंसा कर रहे हैं और इसकी जिम्मेदारी एबीवीपी पर मढ़ी जा रही है. सोमवार को एबीवीपी के नेतृत्व वाले दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ ने तिरंगा यात्रा निकाली थी.