'अलविदा युई...अब चीन में पैदा मत होना'
२१ अक्टूबर २०११एक ब्लॉगर ने सीनाज वाइबो ब्लॉग पर लिखा, "प्यारी युई युई को अलविदा. स्वर्ग में कोई कार नहीं है." एक अन्य व्यक्ति ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखा, "युई तुम इंसान का क्रूरतम चेहरा देख चुकी हो, आगे इससे बुरा कुछ नहीं होगा."
दो साल की युई 13 अक्टूबर को चीन के फोशान शहर में हादसे और फिर इंसानी अनदेखी का शिकार हुई. बच्ची सड़क पर घूम रही थी. इसी दौरान उसे पहले धीमी गति से चल रही एक वैन ने कुचला, कुछ मिनट बाद दूसरी वैन ने. हादसे के बाद बच्ची करीब 10-15 मिनट सड़क पर पड़ी रही. इस दौरान वहां से 17 राहगीर गुजरे. सभी बच्ची के बगल से गुजरे लेकिन किसी ने इंसानियत दिखाते हुए उसे उठाने की जहमत नहीं उठाई. काफी देर बाद सड़कों की सफाई करने वाली महिला कर्मचारी ने बच्चे को उठाया. युई की मां उसे अस्पताल ले गई.
युई को काफी चोटें आईं. 13 अक्टूबर से ही वह कोमा में थी. शुक्रवार को डॉक्टर ने मायूसी भरा एलान करने हुए कहा, "एक के बाद एक शरीर के कई अंगों के नाकाम होने की वजह से युई की मौत हो गई है." युई की मौत की खबर को हर टीवी चैनल में प्रमुखता से प्रसारित किया. हादसे का वीडियो सामने आने के बाद से ही चीन में इंसानियत को लेकर जोरदार बहस छिड़ गई है. लाखों इंटरनेट यूजर्स खुद के व्यवहार पर सवाल उठा रहे हैं. कोई लिखता है, "हमारी आत्मा मर चुकी है." "क्या हम इंसान हैं."
युई की मौत के बाद भी यह सिलसिला थम नहीं रहा है, एक व्यक्ति ने इंटरनेट पर लिखा, "सारी दुआएं फर्जी थी, वहां से गुजरने वाले 18 लोगों की क्रूरता की जीत हुई. अलविदा युई, अगली बार चीन में पैदा मत होना." इंटरनेट के जरिए लोग सरकार और प्रशासन पर दुर्घटनाओं के संबंध में कानून बदलने का दबाव बनाने लगे हैं. आरोप है कि पुलिस बचाने वाले को जबरदस्ती मुकदमे में घसीट लेती है.
रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार