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आप रोबोट की मदद से सामान खरीदेंगे?

१६ दिसम्बर २०१७

जर्मनी डिजिटल हो रहा है. रोबोटों का इस्तेमाल बढ़ रहा है और मशीनों के इस्तेमाल से रोजमर्रा बदल रहा है. लेकिन इंसान और मशीन के बीच संवाद कैसे हो रहा है?

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Brüssel - EU Robotics Week: Roboter "Tiago" vor Europaflaggen
तस्वीर: DW/D. Pundy

दुकान में घुसते ही एक रोबोट आपके पास पहुंचता है और आपका अभिवादन करता है. "हाय मैं पाउल हूं. क्या आप कोई खास प्रोडक्ट ढूंढ रही हैं? मैं आपको टीवी डिपार्टमेंट की तरफ ले जा सकता हूं." पाउल इस दुकान का नया कर्मचारी है, वह पहला रोबोट है जो ग्राहकों को रास्ता बताता है. वह स्मॉल टॉक भी करता है और लोगों को सहज बनाता है.

पॉल का जन्म और दूसरा तकनीकी विकास यूनिटी रॉबॉटिक्स के वर्कशॉप में हुआ है. रोबोटिक्स एक्सपर्ट जानते हैं कि वह सिर्फ सेल्समैन ही नहीं है बल्कि वह कई उद्योगों में काम कर सकता है. यूनिटी रोबोटिक्स के उलरिष राइजर बताते हैं, "मुझे लगता है कि लोगों की कमी से जूझ रहे पेशों में रोबोट इस जगह को भरेंगे. जैसे मरीजों के देखभाल के मामले में, जहां 25,000 कुशल कर्मचारियों की कमी है." सर्विस के मौजूदा स्तर को बनाए रखने में दूसरे उद्योगों में भी रोबोट बड़ी भूमिका निभाएंगे.

Bad Hersfeld Amazon Logistikzentrum
तस्वीर: DW/I. Wrede

अमेरिकी कंपनी अमेजन के एक लॉजिस्टिक सेंटर में भविष्य हकीकत में बदल चुका है. पहली नजर में यहां इंसान नजर ही नहीं आते. शेल्फ यहां आजादी से घूमती हैं. सबके नीचे अत्याधुनिक रोबोट लगे हैं, जिन्हें अमेजॉन ने खुद बनाया है. अमेजन की टीमलीडर आना शेब्ले कहती हैं, "हमारे पास अपने प्रोडक्ट्स के लिए अब ज्यादा स्टोरेज स्पेस है. रैक्स के बीच लाइनें अत्यंत पतली है. पहले चौड़ी लाइनें होती थी जिनमें इंसान चल सकता था. लेकिन यह तरीका बेहतर है. अब पैदल चलने की जरूरत नहीं है." लॉजिस्टिक सेंटर में हाल ही में करीब 2000 लोगों की भर्ती हुई. बिना रोबोटों के यह संख्या चार हजार होती. तो क्या लोगों को रोबोट की वजह से अपनी नौकरी की चिंता होनी चाहिए? शायद हां, लेकिन रोबोटों ने इंसान की जिंदगी आसान भी कर दी है.

रिपोर्ट: मारियॉन हुटर