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अमेरिका से बातचीत करेगा उत्तर कोरिया

९ अप्रैल २०१८

चीनी नेताओं से मुलाकात के बाद किम जोंग उन ने अमेरिका के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण मसले पर बातचीत की इच्छा जताई है. वहीं चीन ने उत्तर कोरिया को निर्यात किए जाने वाले हथियार और तकनीक संबंधी वस्तुओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.

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Kombi-Bild  Trump und Kim Jong Un
तस्वीर: Reuters/K. Lamarque/KCNA

द वॉल स्ट्रीट जर्नल और वॉशिंगटन पोस्ट ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि यह पहला मौका है जब इस मसले पर उत्तर कोरिया ने साफ तौर पर अपनी मंशा अमेरिका के सामने जाहिर की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की मुलाकात की दिशा में उठाया गया यह सकारात्मक कदम है. हालांकि अमेरिकी अधिकारियों की ओर से यह साफ नहीं किया गया है कि इन दोनों नेताओं की मुलाकात कब और कहां हो सकती है. हालांकि किम जोंग उन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से 27 अप्रैल को मुलाकात करेंगे. इसके बाद संभव है कि वह मई के आखिर तक अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से मिलें.  

हाल ही में चीन ने भी कहा था कि उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण पर चर्चा के लिए तैयार है. लेकिन उत्तर कोरिया की ओर से कभी, कोई भी बात अमेरिका को सीधे तौर पर नहीं कही गई थी. 

चीन के प्रतिबंध

इन सब के बीच चीन ने उत्तर कोरिया को बेची जानी वाली हथियार संबंधी तकनीक और वस्तुओं पर संयुक्त राष्ट्र के फैसले के तहत प्रतिबंध लगा दिया है. प्रतिबंधित वस्तुओं में पारंपरिक हथियार समेत वे तकनीकें भी शामिल हैं जिनका इस्तेमाल नागरिक आपूर्ति और सैन्य कार्यक्रमों के लिए होता रहा है. पिछले साल सितंबर में चीन ने कहा था कि वह उत्तर कोरिया को निर्यात किए जाने वाले पेट्रो उत्पादों में भी कटौती करेगा. साथ ही उत्तर कोरिया से आयातित कपड़े पर भी संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के तहत कटौती की जाएगी. चीन, उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार माना जाता है. लेकिन संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों पर असर पड़ा है.

एए/आईबी (डीपीए,एपी)