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ऑस्ट्रेलिया में भारतीय ड्राइवर पर हमला

१७ जनवरी २०१०

ऑस्ट्रेलिया में एक और भारतीय पर हमला हुआ है. एक टैक्सी ड्राइवर के साथ चार लोगों ने दुर्व्यवहार किया और उसे घूंसा जड़ा. ड्राइवर को खरोंचे आई हैं और उसका मुंह सूज गया है. पुलिस ने कहा है कि यह हमला नस्लभेदी नहीं था.

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तस्वीर: picture-alliance / dpa

यह हमला विक्टोरिया के बालारेट शहर में हुआ जो मेलबर्न से 11 किलोमीटर दूर है.

पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि टैक्सी में बैठे चार लोगों ने भारतीय ड्राइवर को गालियां देनी शुरू कर दी और उससे मार पीट की. पीछे की सीट पर बैठे एक व्यक्ति ने तो ड्राइवर पर थूक दिया. इन लोगों ने गाड़ी को ज़बरदस्ती रुकवाने की कोशिश की और हैंड ब्रेक को खींच दिया. जैसे ही गाड़ी रुकी तो चार में दो लोगों ने भागने की कोशिश की. टैक्सी ड्राइवर ने उनका पीछा किया तो एक हमलावर ने उसे घूंसा मारा.

पुलिस का मानना है कि हमलावरों की उम्र 16 से 18 साल के बीच थी. पुलिस ने इसे मौक़े का फ़ायदा उठा कर किया गया अपराध बताया है और हमले की वजह नस्लवाद मानने से इनकार किया है. हालांकि विक्टोरिया पुलिस के एक अधिकारी ने माना था कि मेलबर्न में रंगभेदी लोग मौजूद हैं. पुलिस के मुताबिक़ उसे पता है कि हमलावर कौन हैं.

दो दिनों में यह दूसरी बार है जब भारतीय टैक्सी ड्राइवर पर उसी शहर में हमला हुआ है. 24 साल के सतीश थतीपमुला पर भी गुरुवार को एक यात्री ने हमला किया था और उसकी गाड़ी को नुक़सान पहुंचाया था. इस अपराध के लिए 48 साल के पॉल जॉन ब्रोगडेन को तीन महीने की सज़ा और 1500 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना हुआ है और सज़ा कुछ ही घंटों के भीतर सुना दी गई.

भारतीयों पर हो रहे लगातार हमलों से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कूटनीतिक तनाव बना हुआ है. कुछ ही दिन पहले मेलबर्न में 21 साल के भारतीय छात्र नितिन गर्ग की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी. पिछले साल दिसम्बर में ही भारतीय नागरिक रणजोध सिंह का शव भी बरामद हुआ था. बुधवार को एक गुरुद्वारे में आग लगा दी गई थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़