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डोपिंग के टेस्ट में ही गड़बड़

१५ अक्टूबर २०१२

साइक्लिंग मुकाबले की नियामक संस्था ने इस तरह से नशीली दवाओं के परीक्षण का तरीका बनाया जो लांस आर्मस्ट्रांग और दूसरे साइकिल सवालों को पकड़ने में नाकाम हो जाए. वाडा के पूर्व प्रमुख ने यह आरोप लगाया है.

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तस्वीर: AP

वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी, वाडा के पूर्व प्रमुख रिचर्ड पाउंड के मुताबिक प्रतिद्वंद्वी टीमों को पहले से ही इस बारे में आगाह कर दिया जाता था. उनके मुताबिक डोपिंग से जुड़े अधिकारियों ने जान बूझ कर टेस्ट का ऐसा तरीका बनाया कि शीर्ष टीमों को बाहर किया जा सके. रिचर्ड पाउंड 1999 से 2007 तक वाडा के प्रमुख रहे हैं. इस दौरान उन्होंने साइक्लिंग की अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी संस्था यूसीआई को बार बार इसकी जानकारी दी लेकिन उनकी शिकायतों की अनदेखी की गई. पाउंड का कहना है, "इस पर यकीन नहीं किया जा सकता कि उन्हें पता नहीं था कि क्या हो रहा है."

पाउंड ने बताया कि कैसे डोपिंग की टेस्ट प्रक्रिया में गड़बड़ी थी, "सुबह 5 बजे टेस्ट करने वाले आते और टेस्ट कर के चले जाते. इसके बाद सवारों को अलग रख कर निगरानी नहीं की जाती. रेस दोपहर एक से दो बजे के बीच शुरू होती और उसके पहले यह नहीं देखा जाता कि क्या किसी ने कोई गड़बड़ की है." इसके अलावा तैयारी के एक दिन बाद दोबारा टेस्ट से पहले उन्हें एक घंटे का खुली छूट दी जाती. इस वक्त में उनके पास नमक पानी के इस्तेमाल से दवाओं के असर को छिपाने का मौका होता." पाउंड कहते हैं कि टेस्ट का तरीका बनाया ही ऐसा गया था कि वो नाकाम हो जाए.

बुधवार को यूएस एंटी डोपिंग एजेंसी ने लांस आर्मस्ट्रांग पर एक रिपोर्ट जारी की जिसमें पूरा ब्यौरा है कि कैसे आर्मस्ट्रांग ने कथित रूप से टेस्टेस्टेरॉन, ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन, ब्लड डोपिंग और ईपीओ का सहारा लिया. इसमें 26 लोगों के बयान दर्ज हैं जिनमें 11 आर्मस्ट्रांग की टीम के पूर्व सदस्य हैं. यूएसएडीए पहले ही आर्मस्ट्रांग से टूर दे फ्रांस के सात टाइटल छीनने का फरमान सुना चुका है. एजेंसी का यह भी कहना है कि आर्मस्ट्रांग ने अब तक के खेल इतिहास में डोपिंग की सबसे जटिल साजिश रची.

पाउंड यूएसएडीए की रिपोर्ट को बहुत अच्छे तरीके से तैयार रिपोर्ट बताते हैं जिसमें काफी रिसर्च करने के बाद ब्यौरे दर्ज किए गए हैं जिसे सबूतों और दूसरे तरीके से पुष्ट किया गया है. पाउंड का कहना है कि यूसीआई अगर आरोपों को खारिज करने में ही जुटा रहा तो इससे हालात नहीं सुधरेंगे. पाउंड ने तो यहां तक कहा कि यूसीआई का यह रवैया पूरे खेल को ही संकट में डाल सकता है.

इन सब के बीच यूसीआई की अपनी दलीलें हैं. यूसीआई का कहना है खेल अब इन सबसे आगे बढ़ चुका है. डोपिंग टेस्ट के नए तरीके आ गए हैं और अब खिलाड़ी पहले की तुलना में ज्यादा साफ सुथरे हैं. उधर आर्मस्ट्रांग हमेशा से कहते आए हैं कि उन्होंने अपने पूरे करियर में कभी भी प्रतिबंधित दवाओं का इस्तेमाल नहीं किया. आर्मस्ट्रांग ने अगस्त में कहा कि वो उन पर लगे आरोपों को चुनौती नहीं देंगे. हालांकि पाउंड लगातार उनसे इन दवाओं के इस्तेमाल पर सामने आ कर बोलने की मांग करते रहे है.

पाउंड का कहना है कि ना सिर्फ आर्मस्ट्रांग को खुद के लिए बल्कि अपने पांच बच्चों की खातिर इस बारे में बोलना चाहिए. डोपिंग में फंसने से पहले आर्मस्ट्रांग की मिसाल ऐसे लोगों में दी जाती रही जिन्होंने मौत से लड़ कर खुद को साइक्लिंग के जरिए साबित किया. कैंसर के मरीज रहे आर्मस्ट्रांग मौत के बेहद करीब पहुंच कर अपनी इच्छाशक्ति के दम पर वापस लौटे. इसके बाद उन्होंने सात बार टूर दे फ्रांस का खिताब जीता. हालांकि अब उन्हीं खिताबों को छीनने के आदेश दिए गए हैं.

एनआर/एएम (एएफपी)

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