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दस्तावेजों के विवाद में घिरा पैंटागन

२३ मई २०१२

ओसामा बिन लादेन पर फिल्म बना रहे हॉलीवुड निर्देशक कैथरीन बिगलो और मार्क बोल को सीआईए और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय से फिल्म के लिए खास जानकारी मिली.

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तस्वीर: dapd

अब बहस फिल्म की निष्पक्षता को लेकर शुरू हो गई है- क्या फिल्म ओबामा या सरकारी प्राधिकरणों के लिए प्रचार का जरिया है?

ज्यूडीशियल वॉच नाम के एक कानून संबंधी वेबसाइट ने दावा किया है. मंगलवार को वेबसाइट में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के दस्तावेजों में से 153 पन्ने और अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की दस्तावेजों में से 113 पन्नों को छापा गया. संगठन का कहना है कि यह दस्तावेज अमेरिका के जानकारी अधिकार कानून के तहत उसके हाथ आए हैं. इस अधिकार के तहत सरकारी प्राधिकरणों से किसी मुद्दे पर भी अधिकारी हासिल की जा सकती है.

दस्तावेजों में लिखा है कि फिल्म निर्देशकों को व्हाइट हाउस के अधिकारियों से मिलने की इजाजत दी गई और उन्हें अमेरिकी सैनिक यूएस मरीन्स के उस जवान का भी पता चला जिसने बिन लादेन पर हमले में हिस्सा लिया था.

हालांकि सीआईए और पेंटागन, दोनों ने वेबसाइट पर प्रकाशित दस्तावेजों के बारे में कोई बयान नहीं दिया है. सीआईए ने कहा है कि निर्देशकों के साथ निर्देशकों की बातचीत में कोई भी अजीब बात नहीं थी. एजेंसी की प्रवक्ता जेनिफर यंगब्लड ने कहा, "लेखकों और निर्देशकों, फिल्म निर्माताओं और मनोरंजन उद्योग में और लोगों के साथ बातचीत को लेकर सीआईए खुलकर बोलता रहा है. हमारा मकसद है कि एजेंसी के लोगों को सही तरह से पेश किया जाए. राष्ट्रीय सुरक्षा को कायम रखने का मकसद मनोरंजन उद्योग के साथ बातचीत में हमेशा प्राथमिक रहा है."

कैथरीन बिगलो को इराक पर बनी अपनी फिल्म हर्ट लॉकर के लिए ऑस्कर से नवाजा जा चुका है. नई फिल्म "जीरो डार्क थर्टी" 2011 में बिन लादेन के घर पर छापे की कहानी बताती है. पिछले साल अमेरिकी अखबार न्यू यॉर्क टाइम्स के एक पत्रकार ने अपने लेख में दावा किया था कि फिल्म को 2012 में राष्ट्रपति चुनावों के कुछ ही दिन पहले रिलीज करने की योजना है. इन चुनावों में बराक ओबामा एक बार फिर राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हो रहे हैं. लेकिन पेंटागन के प्रेस सचिव जॉर्ज लिटल कहते हैं कि ऐसी फिल्में खुफिया एजेंसियों की सफलता को दर्शाती हैं और यह लोगों को जानकारी देने के लिए हैं. इनके पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है.

वहीं ज्यूडीशियल वॉच ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि उसके पास 13 जून 2011 का कोई ईमेल है जिसमें पेंटागन के जन संपर्क अधिकारी डगलस विल्सन से कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय फिल्म की कहानी को खुद ढालने की कोशिश करेगी ताकि उसमें कोई बड़ी 'गलतियां' सामने न आएं. साथ ही, पेंटागन नहीं चाहता कि बिन लादेन के हमले में शामिल कमांडरों को लगे कि मीडिया से इस बारे में बात करना ठीक रहेगा.

2011 मई में अल कायदा प्रमुख बिन लादेन को पाकिस्तान के एबटाबाद के पास मार दिया गया. अमेरिकी सैनिकों के हमले और बिन लादेन के जीवन पर आधारित फिल्म में क्रिस प्रैट, जेसिका चैस्टेन और जोएल एजरटन भूमिका निभा रहे हैं. अब फिल्म को दिसंबर 16 को रिलीज किया जाएगा. मिडिया रिपोर्टों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया ताकि ओबामा चुनाव से पहले इसका फायदा न उठा सकें. हालांकि इसके बावजूद ओबामा के प्रतिद्वंद्वी उन पर आरोप लगा रहे हैं कि उनकी डेमोक्रैटिक पार्टी बिन लादेन पर हमले और उसकी मौत को अपनी सरकार की सफलता के रूप में पेश कर रही है.

एमजी/एम (रॉयटर्स)

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