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बर्लिन फ़िल्म महोत्सव

१९ फ़रवरी २०१०

बर्लिन फ़िल्म फेस्टिवल को लेकर आपकी प्यार भरी चिट्ठियां. ज़्यादातर श्रोताओं ने खट्टी मीठी प्रतिक्रियाएं भेजीं. जानते हैं क्या कहते हैं सिम्फनी, खोज और धड़कन को लेकर आपके ख़त.

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जर्मनी में शाह रुख़ का स्वागततस्वीर: picture-alliance/ dpa

हेलो ज़िंदगी 13 फरवरी को प्रसारित अंक में बर्लिन फिल्मोत्सव में आए मशहूर अभिनेता शाह रुख़ खान से बिंदास बातचीत और इसी हफ्ते रिलीज़ उनकी फ़िल्म 'माई नेम इज खान' की चर्चा दिलचस्प लगी. वास्तव में जर्मन लोगों को शाह रुख़, तो शाह रुख़ को जर्मन लोग बेहद पसंद हैं. जर्मनी में शाह रुख़ का जादू सिर चढ़कर बोलता है. जहां तक बर्लिन फ़िल्मोत्सव की बात है, तो यह दुनियां के

सभी फ़िल्मोत्सवों से निराला और आकर्षक होता है. इतनी अच्छी जानकारी के लिए आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद.

आपका नियमित श्रोता

चुन्नीलाल कैवर्त

अध्यक्ष, ग्रीन पीस डीएक्स क्लब सोनपुरी,

पोस्टः टेंगनमाड़ा, ज़िलाः बिलासपुर

छत्तीसगढ़ (भारत) पिन 495116

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सप्रेम नमस्ते, आज शाम की सभा में कार्यक्रम हेलो ज़िंदगी सुना. 60वें बर्लिन फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली फ़िल्म माइ नेम इज़ खान के अभिनेता शाह रुख़ खान से बातचीत सुनने को मिली.

बर्लिन में शाह रुख़ और फ़िल्म को देखकर दर्शकों का उत्साह और प्रशंसकों की दीवानगी देखकर जर्मनी में शाह रुख़ की लोकप्रियता समझ आ गई.

साथ में करण ज़ौहर से बातचीत भी महत्वपूर्ण लगी. फ़िल्म को लेकर कोई कितनी उठापटक क्यों न मचाए लेकिन दर्शक फ़िल्म का मज़ा ज़रूर लेंगे.

कार्यक्रम और जानकारी के लिए धन्यवाद.

संदीप जावले

मारकोनी डीएक्स क्लब

पर्ली वैजनाथ- 431515

महाराष्ट्र, भारत

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धड़कन में बर्लिनाले में शामिल रोड मूवी और नई दिल्ली के सलाम बालक ट्रस्ट की चर्चा रोचक और सार्थक लगी. वास्तव में सलाम बालक ट्रस्ट गुमशुदा और अनाथ बच्चोँ के लिए आशा की एक नई किरण है. सलाम बालक ट्रस्ट के कलाकार मोहम्मद फ़ैज़ल और मैनेजमेंट ट्रस्टी परवीन नायर के साथ बातचीत भी बहुत´सकारात्मक लगी. पहली बार डायचे वेले से सलाम बालक ट्रस्ट का परिचय पाकर बहुत अच्छा लगा और खुशी भी हुई कि इस तरह की समाज सेवी संस्था नई दिल्ली में सेवारत है. इस जानकारी के लिए डायचे वेले का बहुत बहुत धन्यवाद.सभी फ्रिक्वेंसियों पर रिसेप्शन उत्तम था.

Filmszene My name is Khan Berlinale Film
बर्लिन में माइ नेम इज़ खानतस्वीर: picture alliance / dpa

आपका नियमित श्रोता

चुन्नीलाल कैवर्त

अध्यक्ष, ग्रीन पीस डीएक्स क्लब सोनपुरी,

पोस्टः टेंगनमाड़ा, ज़िलाः बिलासपुर

छत्तीसगढ़ (भारत) पिन 495116

जिला बिलासपुर(छत्तीसगढ़)

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मैं बीसीएस फ़ाइनल इयर का विद्यार्थी हूं. मुझे डॉयचे वेले हिंदी की वेबसाइट बहुत ही अच्छी लगती हैं और इसमें बहुत ही महत्पूर्ण ख़बर और जानकारी पढ़ने को मिलती हैं. मैं मोबाइल से नेट चलता हूं और स्पीड काफी कम होती हैं फिर भी डॉयचे वेले की हिंदी साईट इतनी जल्दी ओपन हो जाती हैं इसलिए मैं हमेशा डॉयचे वेले हिंदी साईट को होम पेज बनाकर रखता हूँ ताकि जब भी में साईट ओपन करूं तो मुझे नई ख़बरें मिलती रहें और मैं अपडेट रहूं. सचमुच बहुत अच्छी वेबसाइट हैं.

रामगोपाल विश्वकर्मा

भानपुर, भोपाल

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महोदय सप्रेम नमस्ते, आज शाम की सभा में कार्यक्रम खोज सुना. 2012 में प्रलय की ख़बर ग़लत होने के बारे में कुछ ही दिनों पहले खोज के अंक में सुना था लेकिन ताज़ा अंक में 2036 में लघुग्रह अपोफिस से पैदा होने वाले महाप्रलय के ख़तरे के बारे में सुनने को मिला. आगे देखना होगा कि नासा के वैज्ञानिक इस ख़तरे को टालने में क्या भूमिका अदा करते हैं.

लोहे की कमी से शरीर पर होने वाले परिणामों की वस्तुपरक जानकारी काफ़ी महत्वपूर्ण थी. आख़िर में नेवीगेशन प्रणाली द्वारा चीन की अंतरिक्ष में ज़बरदस्ती के बारे में जानने को मिला.

कार्यक्रम और जानकारी के लिए धन्यवाद

संदीप जावले

मारकोनी डीएक्स क्लब

पर्ली वैजनाथ- 431515

महाराष्ट्र, भारत

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Eröffnung der Berlinale 2010 in Berlin
भारतीय कलाकारों का अभिनंदनतस्वीर: AP

हेलो ज़िंदगी में बर्लिनाले फ़िल्म फेस्टिवल से सीधी रिपोर्ट के साथ शाह रुख़ और करण जौहर के माइ नेम इज़ खान को लेकर ख़्याल अच्छे लगे.

इसराइल अंसारी

आज़ाद रेडियो लिस्नर्स क्लब, नौगछिया, भागलपुर, बिहार

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चार फरवरी की शाम को खोज सुना. पृथ्वी की टक्कर और लोहे के अभाव में होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी मुझे बहुत अच्छी लगी.

बिधान सन्याल

रेडियो मॉस्को लिस्नर्स क्लब, ढाका कोलोनी, बालुरघाट, पश्चिम बंगाल, पिन - 733101

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16 फरवरी को सिंफनी प्रोग्राम में जर्मनी और आसपास के देशों में फरवरी में मनाए जाने वाले कार्निवाल त्यौहार पर रिपोर्ट और वेस्ट वॉच में जर्मन आरमी में जो परेशानियां हैं पर रिपोर्ट सुनकर बहुत दुःख हुआ.

राम कुमार रावत,

देश प्रेमी रेडियो श्रोता क्लब, फैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश

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वेस्ट वॉच में जर्मन सेना में उठ रहे दारूबाज़ी, बदसलूकी के आरोपों की चर्चा, नौकरी छोड़ चुके सैनिकों की शिकायतें और आरोपों के कारण परेशानी का सामना कर रही जर्मन सेना के बारे में जानकारी सुनकर लग रहा है कि जर्मन सेना में कुछ उच्च पद पर काम करने वाले कायदे कानून तोड़कर अपने दायरे के बाहर जा रहे हैं और जब बात हद से आगे बढ़ती है तो कभी ना कभी सब के सामने प्रकट हो जाती है और इसे जर्मन सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए.

संदीप जावले

मारकोनी डीएक्स क्लब, पारली वैजनाथ, महाराष्ट्र

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खोज में क्षुद्रग्रह एपोफ़िस आने वाले समय में धरती से टकरा कर हिरोशिमा से ज्यादा विस्फोट करेगा, सुन कर काफ़ी अफ़सोस हुआ. क्या यह अटोमिक बोम्ब की तरह जीवों का नाश करेगा.

इसराइल अंसारी

आज़ाद रेडियो लिस्नर्स क्लब, नौगछिया, भागलपुर, बिहार

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जावेद खान, आब्गिला, गया (बिहार) से कुछ शेर पेश करते हैं :

न तो यादों को याद रखते हैं, ना ही सपनों को साथ रखते हैं,

हम तो बस उनको याद रखते हैं, जो हमें दिल के पास रखते हैं.

किसी की याद कभी राज़ नहीं होती, वक़्त के पहिये में आवाज़ नहीं होती,

जाने किस पल किसकी याद आ जाए, क्योंकि यादें किसी बहानें की मोहताज नहीं होती.

प्यार तो दिलों का अफ़साना है, इसका अपना ही एक तराना है,

पता है सबको मिलेंगें सिर्फ आंसू, पर फिर भी न जानें क्यों हर कोई इसका दीवाना है.

आंसुओं की भी एक अजब कहानी है, ख़ुशी और गम ये दोनों की निशानी हैं,

समझने वालों के लिए अनमोल, और ना समझने वालों के लिए पानी है.

तेरी याद दिल को बेक़रार करती है, नज़र तुझे तलाश हर बार करती है,

गिला नहीं जो तुम हो दूर हमसे, तेरी तो जुदाई भी हमसे प्यार करती है.