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बीमारियों से बेहतर लड़ते हैं मोटे लोग

२५ मई २०१८

मोटापा लोगों को परेशान कर देता है. डॉक्टर भी वजन कम करने की सलाह देते हैं. लेकिन मोटापे पर सामने आई एक ताजा रिसर्च कहती है कि मोटे लोग आम वजन वाले लोगों के मुकाबले संक्रामक बीमारी से लड़ने में ज्यादा सक्षम होते हैं.

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Film TAXIDERMIA, Adel Stanczel, Gergely Trocsanyi, 2006.
तस्वीर: picture-alliance/Everett Collection/Tartan

मोटापे को लेकर अब तक यही माना जाता रहा है कि यह बीमारियों का घर है. माना जाता है कि मोटे लोगों में दिल की बीमारियां, उच्च रक्त चाप और कैंसर का खतरा अधिक बना रहता है. लेकिन हाल में आया एक नया शोध ऐसी बातों को नकारता है. इस शोध में कहा गया है कि मोटे लोगों में संक्रामक बीमारी से बचने की अधिक संभावना होती है. ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में हुई क्रॉन्फ्रेंस "यूरोपियन कांग्रेस ऑन ओबेसिटी" में पेश किया गया शोध ऐसा दावा करता है. इस स्टडी में 18 हजार लोगों को शामिल किया गया. इसमें देखा गया कि संक्रामक रोग से पीड़ित मोटे व्यक्ति बीमारियों से लड़ने में ज्यादा सक्षम हैं.

शोधकर्ताओं के मुताबिक एक ठीकठाक वजन वाले व्यक्ति की तुलना में अधिक वजन वाले लोग ऐसी बीमारियों से 40 फीसदी कम मरते हैं. वहीं मोटापे से पीड़ित व्यक्तियों में मरने का आंकड़ा 50 फीसदी तक कम है. कॉन्फ्रेंस में पेश की गई एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2045 तक दुनिया की एक चौथाई जनसंख्या मोटापे का शिकार हो जाएगी. एक रिसर्च पेपर में यह भी कहा गया कि मोटापा पीड़ित और अधिक वजन वाले लोग, साधारण वजन वाले व्यक्ति की तुलना में 20-30 फीसदी तक निमोनिया का कम शिकार बनते हैं. इस स्टडी में अमेरिका के अस्पतालों के 2013-14 के आंकड़ें लिए गए. मोटे बच्चों का वजन ऐसे घटा रहा है जर्मनी

रिसर्चर कहते हैं कि अगर किसी कम गंभीर मामले में मरीज को वेंटिलेटर पर रखा जाता है, तो उन मामलों में अधिक वजन वाले मरीजों के बचने की संभावना 23 फीसदी अधिक होती है. वहीं मोटापे के शिकार लोगों में यह आंकड़ा 29 फीसदी तक होता है. 

यदि इंसान का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 या इससे अधिक है, तो उसे अधिक वजन श्रेणी में रखा जाता है. वहीं अगर किसी का बीएमआई 30 या इससे अधिक होता है तो वह मोटापे की श्रेणी में आता है. स्वस्थ बीएमआई 18.5 से 24.9 को माना जाता है.

एए/आईबी (एएफपी)