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लश्कर का सफाया करे पाकिस्तान: कैमरन

३० जुलाई २०१०

आतंकवाद के निर्यात पर पाकिस्तान की कड़ी प्रतिक्रिया से बेपरवाह डेविड कैमरन ने कहा है कि पाकिस्तान में लश्कर ए तैयबा जैसे गुटों की मौजूदगी बर्दाश्त से बाहर. भारत में आतंकवाद खत्म करने के लिए उनका सफाया करे पाक.

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मनमोहन से मिले कैमरनतस्वीर: AP

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विचारों का समर्थन किया है. मनमोहन सिंह ने विश्व समुदाय से पाकिस्तान पर जोर डालने की अपील की है कि वह भारत के खिलाफ आतंकवाद का खात्मा करने का अपना वायदा निभाए. मुलाकात के बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने पाकिस्तान से पनप रहे आतंकवाद पर चिंता जाहिर की और अफगानिस्तान में हालात पर भी बातचीत हुई.

संयुक्त पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि आतंकवाद क्षेत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है और किसी भी जरिए से इसे न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता. कैमरन के मुताबिक पाकिस्तान से पनपता आतंकवाद सिर्फ एक धमकी नहीं है बल्कि मुंबई, लंदन और अफगानिस्तान में इस सच्चाई को देखा जा चुका है. "पाकिस्तान सरकार को लश्कर ए तैयबा, अफगान तालिबान, पाकिस्तान तालिबान जैसे आतंकी गुटों का खात्मा करना चाहिए. पाकिस्तान ने कुछ कदम तो उठाए हैं लेकिन अभी और किया जाना बाकी है."

कैमरन ने आतंकवाद को अस्वीकार्य बताया और कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी गुटों का अस्तित्व बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. ऐसे गुट जो पाकिस्तान, पाकिस्तान से बाहर, अफगानिस्तान, भारत और अन्य देशों में आतंकवाद फैलाते हैं. कैमरन ने स्पष्ट किया कि ब्रिटेन पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करना चाहता है ताकि इन गुटों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकें.

जब कैमरन से पूछा गया कि पाकिस्तान से आतंकवाद के निर्यात संबंधी बयान पर पाक नाराज है और उसे उनकी अनुभवहीनता मान रहा है तो तो कैमरन ने बिना किसी लाग लपेट के कहा कि वह स्पष्टता और खुलेपन से बातचीत करने में यकीन रखते हैं. उन्होंने कहा, "किसी को भी इस बात में कोई शक नहीं है कि पाकिस्तानी जमीन पर ऐसे गुटों की मौजूदगी है. पाक सरकार को भी नहीं." कैमरन ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए कहा है.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और डेविड कैमरन ने भारत और ब्रिटेन के बीच सुरक्षा, व्यापार, असैनिक परमाणु इस्तेमाल, शिक्षा, विज्ञान, तकनीक और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की. भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 12 अरब डॉलर का है लेकिन अगले पांच साल में इसे दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है. डेविड कैमरन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सीट की दावेदारी का भी समर्थन किया है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार

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